कानपुर बन रहा चोरी के वाहनों का हब

 

 

 

 

 

Knp-Chorकानपुर। कानपुर क्राइम ब्रांच की टीम को उस वक्त बड़ी सफलता हाथ लगी जब मुखबीर की सटीक सुचना पर अंतरराजिय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया, इस गिरोह के आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से एक ट्रक, एक बोलेरो और एक इंडिको कार बरामद की है। एस पी पूर्वी भारत सिंह के मुताबिक इनका जाल उत्तर प्रदेश के कई मुख्य जिलो के अलावा बिहार, मध्यप्रदेश तक फैला हुआ है।

कानपुर के फजलगंज थाने में पुलिस के गिरफ्त में खड़े ये वो शातिर चोर है, जो पलक झपकते ही बड़े से बड़े वाहन को गायब कर देते थे, इस गिरोह का सरगना सचिन फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से फरार है, एस पी पूर्वी भारत सिंह यादव के अनुसार पिछले एक महीने से कानपुर में उत्तर प्रदेश के अन्य जिले और आसपास के राज्यों से चोरी किये गए वाहनों की बिक्री सूचना पुलिस को मिल ताहि थी, जिसके भंडाफोड़ के लिए कानपुर क्राइम ब्रांच की टीम लगी हुई थी, कल देर रात क्राइम ब्रांच की टीम को मुखबर से सूचना मिली कि कानपुर के फजलगंज इलाके में चोरी के गाडी की बिक्री होने जा रही है।

जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने फजलगंज थाने की टीम के साथ मिलाकर इस गिरोह के चार लोगो को गिरफ्तार कर एक ट्रक और एक बोलोरो अपने कब्जे में लिया, गिरफ्तार हुए शातिर वाहन चोरो के निशान देहि पर रात में ही इनके चार साथी को एक इंडिका कार सहित गिरफ्तार किया। गिरफ्तार हुए इन शातिर वाहन चोर में दो मध्य प्रदेश केए चार प्रताप गढ़ के, और दो बिहार के अभियुक्त है।

इन वाहन चोरो में प्रताप गढ़ के मो इशलाम की माने तो इनके गिरोह के सदस्य उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और बिहार तक अपना गिरोह बना कर काम कर रहे थेए किसी भी वाहन को चोरी करने से पहले ये लोग उस वाहन के मालिक या उसके ड्राइवर से दोस्ती कर लेते थे, उसके बाद मौक़ा देख ये उस वाहन को लेकर निकल जाते थे। पहले तो ये चोरी किये गए वाहन को कुछ दिनों तक इधर उधर छुपा कर रखते थे, उसके बाद कानपुर में इसका सौदा तय कर इसे बेच देते थे।

कानपुर के अलग अलग थाना अंतर्गत कई वाहन बरामद किये गए, जिसमे ट्रक, कार और मोटर बाइक शामिल थे, खुद पुलिस की माने तो पिछले कुछ महीने से कानपुर चोरी किये गए वाहनों के खरीद बिक्री का हब बनता जा रहा है, अब पुलिस उनलोगों की तलास में है, जो एसे वाहनों की खरीद करते है। गिरफ्तार हुए इन शातिर वाहन चोरो ने अभी तक करीब सौ से ज्यादा वाहन चोरी कर चुके है, जिसे कानपुर के बाज़ार में बेच चुके है।