ह्यूस्टन: PM मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान देश-दुनिया के कई प्रतिनिधि मंडलों ने उनसे मुलाकात की। इन प्रतिनिधि मंडलों में कश्मीरी पंडितों से लेकर सिख और बोहरा समुदाय के अलावा पाकिस्तान के बलोच, पख्तून और सिंधी समुदाय के लोग शामिल थे। इस मौके पर पाक प्रतिनिधि मंडलों ने उनसे पाकिस्तान में उनके ऊपर किए जा रहे जुल्म की दर्दनाक दास्तां बताई और पाक से आजादी की मांग दोहराई।
PM नरेंद्र मोदी से कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर आतंकवाद प्रभावित जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने संबंधी अनुच्छेद 370 को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र प्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के कदम का पुरजोर समर्थन किया। मोदी से मुलाकात के दौरान कश्मीर पंडित प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सुरिंदर कौल काफी भावुक हो गए और उन्होंने पीएम का हाथ चूमकर उन्हें धन्यवाद कहा।
दरअसल, पीएम मोदी जब कश्मीरी पंडितों से मिल रहे थे तो सुरिंदर कौल बहुत भावुक हो गए। उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि 7 लाख कश्मीरी पंडितों की तरफ से आपको धन्यवाद। मुलाकात के दौरान जब फोटो सेशन समाप्त हो गया, तो पीएम मोदी ने कश्मीरी पंडितों से उनका हालचाल जानने की कोशिश की और कहा- ‘कैसे हैं आप सब।’
किया श्लोक का उच्चारण : प्रतिनिधिमंडल के साथ ‘नमस्ते शारदे देवी’ श्लोक का उच्चारण भी किया जिसके अंत में नमो नमः शब्द का उल्लेख किया गया। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के लोगों समेत मानवता के बेहतरी के लिए प्रार्थना भी की गई। मोदी ने इस दौरान नमो-नमो का उल्लेख भी किया जिसके बाद पूरा प्रतिनिधिमंडल अपने आपको हंसने से नहीं रोक सका।
नया कश्मीर बनाना है : प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले सुरिंदर कौल ने मोदी से मिलने के बाद कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाए जाने के लिए दुनियाभर के 7 लाख कश्मीरी पंडितों की ओर से मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मोदी ने बातचीत के दौरान हमसे कहा कि कश्मीरी पंडितों ने बहुत कुछ सहा है। अब हमें एकसाथ मिलकर नया कश्मीर बनाना है।
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने संबंधी अनुच्छेद 370 को समाप्त करने तथा राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र प्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के 5 अगस्त को किए गए फैसलों के बाद मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा है।
सिख और दाऊदी बोहरा समुदाय से की मुलाकात : प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका में अपनी 7 दिवसीय यात्रा के पहले दिन यहां दाऊदी बोहरा समुदाय और सिख समुदाय के प्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित भी किया गया। प्रधानमंत्री ने दाऊदी बोहरा समुदाय से मुलाकात की और पिछले साल दाऊदी बोहरा समुदाय की ओर से इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने को याद किया।
सिख समुदाय ने सौंपा मेमोरैंडम : पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान सिख समुदाय के लोगों ने उन्हें एक मेमोरैंडम भी सौंपा। मेमोरैंडम में सिख समुदाय द्वारा 1984 के सिख विरोधी दंगों, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 और आनंद मैरिज एक्ट, वीजा और पासपोर्ट जैसे मुद्दों को उठाया गया है। सिख समुदाय ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम बदलकर गुरु नानक देव के नाम पर रखने की मांग की है।
वहीँ पूरे अमेरिका से बड़ी संख्या में पाकिस्तान मूल के लोग यहां पर आए हैं और एनआरजी स्टेडियम के सामने पोस्टर और बैनर के जरिए पीएम मोदी और राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश करेंगे। इन लोगों का कहना है कि पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों का हनन हो रहा है।
इस मौके पर अमेरिका में बलोच नैशनल मूवमेंट के प्रतिनिधि नबी बक्श बलोच का कहना है कि हमारी आजादी की मांग का भारत और अमेरिका को 1971 की तरह समर्थन और मदद करना चाहिए। हम लोग यहां पर भारत के पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से समर्थन मांगने आए हैं। अमेरिका में रहने वाले पाक प्रांत के सिंधी लोग भी पीएम मोदी से मुलााकात करने आए हैं।