नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के ठीक एक साल बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल 14 फरवरी को रामलीला मैदान में एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों में एक नई पार्टी के तौर पर उभरी ‘आप’ ने कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेलकर एक हैरतअंगेज़ कारनामा अंजाम दिया था। उस वक्त बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।
गौरतलब है कि केजरीवाल ने दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में 28 दिसंबर को ऐतिहासिक रामलीला मैदान में सार्वजनिक रूप से शपथ ली थी। यह वही रामलीला मैदान है, जो लोकपाल आंदोलन का आयोजन स्थल बना था। केजरीवाल ने 2013 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को उनके ही गढ़ में 25,864 वोटों के भारी अंतर से हराया था।
आपको बता दें कि केजरीवाल ने भ्रष्टाचार-विरोधी जनलोकपाल विधेयक को बीजेपी एवं कांग्रेस द्वारा बाधित किए जाने पर, 49 दिन सत्ता में रहने के बाद, पिछले साल 14 फरवरी को ही इस्तीफा दे दिया था।