नई दिल्ली : पूरा देश इस सच से वाकिफ़ है कि भारत में बैंक से धोखाधड़ी करने वालों का यहां क्या होता है। नीरव मोदी, विजय माल्या सब के सब विदेशों में बैठकर मजे कर रहे हैं।
वहीं ईरान में बैंक से धोखाधड़ी करने वाले एक अरबपति को ऐसी सजा दी गई कि इस तरह की धोखाधड़ी करे वाले हजार बार सोचने पर मजबूर हो जायें। जी हाँ ईरान में 2.60 अरब डॉलर के बैंक घोटाला मामले में दोषी पाए गए एक अरबपति व्यवसायी को हाल ही में फांसी दे दी गई।
यह 1979 में इस्लामी क्रांति के बाद से हुआ अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। सरकारी टेलीविजन चैनल ने बताया कि अधिकारियों ने माहाफरीद अमीर खोसरावी उर्फ अमीर मंसौर अरिया को तेहरान के उत्तर में स्थित एविन कारावास में फांसी दी गई।
यहाँ के चैनल के मुताबिक ईरान की सुप्रीम कोर्ट ने अमीर के मृत्युदंड को बरकरार रखा था, जिसके बाद उसे फांसी दी गई। उसे ईरान की शीर्ष वित्तीय संस्थाओं में शामिल बैंक सादेरात से ऋण लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने के मामले में दोषी पाया गया था।
ईरानी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह बैंक घोटाला 2007 में शुरू हुआ था। इस मामले में कुल 39 लोगों को दोषी ठहराया गया है। इनमें से चार को मृत्युदंड, दो को आजीवन कारावास और शेष को 25 वर्ष तक के कारावास की सजा दी गई है।