नई दिल्ली: पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी आज बीजेपी में शामिल हो गई हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्तमंत्री अरुण जेटली की उपस्थिति में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली। उन्होंने ने टोल फ्री नंबर पर एसएमएस जरिये बीजेपी की सदस्यता ली।
वैसे, दिल्ली में होने वाले चुनावों के मद्देनजर बीजेपी के इस कदम को काफी अहम माना जा रहा है। अमित शाह ने कहा कि बीजेपी में किरण बेदी का स्वागत है। किरण बेदी के आने से बीजेपी को ताकत मिलेगी और वह चुनाव लड़ेंगी। नए समाचार की प्रतीक्षा करें। सभी कार्यकर्ता सीएम पद के उम्मीदवार हैं।
किरण बेदी ने कहा कि मेरी प्रेरणा पीएम की लीडरशिप है। मैंने तय किया है देश की सेवा करना, मेरी जिंदगी को देश को समर्पित है। मेरी संस्थाएं बच्चों को शिक्षित करती हैं। मेरी संस्थाएं 26 साल से काम कर रही हैं। दिल्ली को स्थिर सरकार की जरूरत है।
वहीं अरुण जेटली ने कहा कि हम अच्छे और विश्वसनीय लोगों को जोड़ने का लगातार प्रयास करते हैं। हमें खुशी है कि किरण बेदी बीजेपी में शामिल हुईं। उनके पास अनुभव है।
गुरुवार सुबह से ही अटकलों का बाजार गर्म है कि दिल्ली में अगले महीने होने वाले चुनावों में बीजेपी अरविंद केजरीवाल के सामने किरण बेदी या जया प्रदा को खड़ा कर सकती है हालांकि ‘आप’ की पूर्व नेता शाजिया इल्मी ने अफवाहों पर अपना रुख साफ कर दिया है कि वह बीजेपी की सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ या कहीं से भी कोई चुनाव नहीं लड़ने जा रहीं।
इसके साथ ही तारिका से नेता बनी रामपुर से सपा की पूर्व सांसद जया प्रदा भी भाजपा में शामिल हो सकती हैं। मीडिया में आ रही खबर के मुताबिक भाजपा दोनों में से किसी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से मैदान में उतार सकती है।
गौरतलब है कि जया प्रदा ने 2014 का लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गईं। लेकिन बेदी अब तक राजनीति से दूर रही हैं। पहले वह केजरीवाल के साथ मिलकर अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा ले चुकी हैं। लेकिन राजनीतिक दल बनाए जाने के मुद्दे पर वह केजरीवाल से अलग हो गईं।
इससे पहले, यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि आप की पूर्व नेता शाजिया इल्मी भाजपा में शामिल होंगी और अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट पर चुनौती देंगी। लेकिन शाजिया ने ट्वीट कर बताया कि वह मीडिया में आ रही खबरों का खंडन करती हैं। मैं नई दिल्ली या कहीं और से चुनाव नहीं लड़ रही हूं।
सूत्रों के मुताबिक पत्रकार से नेता बनीं शाजिया ओखला जैसी सीट से चुनावी मैदान में उतरना चाहती हैं। ओखला में अल्पसंख्यकों की अच्छी खासी तादाद है। शाजिया ने पिछला चुनाव आप के टिकट पर आरके पुरम से लड़ा था और भाजपा प्रत्याशी से मात्र 400 वोटों से हार गईं थीं।