जानिए, कैसे बिना पैसे लगाए सरकार के साथ करें बिजनेस, 2.5 लाख मुनाफे की गारंटी

नई दिल्ली: अगर आप कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो सरकार के प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत दवा की दुकान खोलना मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। नए साल की शुरूआत में सरकार ज्यादा से ज्यादा जनऔषधि सेंटर खोलने पर फोकस कर रही है। वहीं आपको सरकार 2.5 लाख रुपए मुनाफे की गारंटी भी दे रही है, जो इंसेंटिव के तौर पर आपको मिल जाएगा। दवा की दुकान खोलने के लिए सरकार ही आपको ग्रांट देगी। दवाओं की बिक्री पर 20 फीसदी कमिशन भी मिलेगा। ऐसे में नए साल पर सरकार की इस योजना के साथ जुड़कर आप भी अर्निंग का बेहर उपाय कर सकते हैं।

आइए जानते हैं कि आप इस योजना का लाभ कैसे ले सकते हैं।

कोई भी ले सकता है इस योजना का लाभ
• सरकार की योजना है कि योजना के तहत दुकान खोलने वालों को कम से कम बिजनेस शुरू करने से अगले दो साल तक मुनाफे की गारंटी दी जाए।
• इस वजह से सरकार ने इंसेटिव बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए कर दिया है, जो मंथली बेसिस पर दिया जाएगा।
• इसके अलावा हर महीने की सेल पर सरकार की ओर से 20 फीसदी कमिशन मुनाफे के तौर पर दिया जाएगा।
• सरकार द्वारा जन औषधि स्कीत के तहत इस सुविधा का लाभ कोई भी उठा सकता है। जिसमें स्टेट ओन एजेंसियों के अलावा निजी रिटेलर/फॉर्मासिस्ट, एनजीओ और चैरिटेबल ऑर्गनाइजेशन शामिल हैं।
बिजनेस शुरू करने पर आपको कैसे होगा मुनाफा

• सरकार ने मंथली सेल पर दुकानदारों का कमिशन बढ़ाकर 20 फीसदी तय किया हुआ है।
• ट्रेड मार्जिन के अलावा सरकार मंथली सेल पर 10 फीसदी इंसेंटिव देगी, जो आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगा।
• इस तरह से दुकानदार को कम से कम 2 साल तक ट्रेड मार्जिन के अलावा इंसेटिव के रूप में डबल मुनाफा होगा। अगर वह एक महीने में 1 लाख रुपए तक की दवा सेल करता है तो उसे मंथली 30 हजार रुपए तक इनकम होगी।

सरकार से आपको कैसे मिलेगा इंसेटिव

• इंसेटिव हर महीने होने वाली दवाइयों की सेल पर डिपेंड होगा और इसे कुल सेल का 10 फीसदी रखा गया है। हालांकि, इसकी लिमिट 10 हजार मैक्सिमम रखी गई है। अगर रिटेलर 1 लाख रुपए से ज्यादा की दवा सेल करता है तो भी उसे उस महीने 10 हजार रुपए ही इंसेटिव मिलेगा।
• यह इंसेटिव तबतक मिलता रहेगा, जबतक 2.5 लाख रुपए की लिमिट पूरी नहीं हो जाती है।
दुकान खोलने में नहीं लगेंगे पैसे
अगर आप जनऔषधि स्कीम के तहत मेडिकल स्टोर खोलते हैं तो इसके लिए सरकार आपको 2.5 लाख रुपए ग्रांट के रूप में देगी। अब तक स्टेट गवर्नमेंट द्वारा नॉमिनेटेड एजेंसियों को ही 2.5 लाख रुपए ग्रांट मिल रहा था, सरकार ने अब यह नियम सबके लिए कर दिया है।

कैसे मिलेगी2.5लाख रुपए की हेल्प
• सेंटर शुरू करने पर 1 लाख रुपए की दवाइयां पहले आपको दवा खरीदनी होगी। बाद में सरकार इसे मंथली बेसिस पर रीइंबर्समेंट करेगी।
• दुकान शुरू करने में इंफ्रास्ट्रक्चर यानी रैक, डेस्क आदि बनवाने में सरकार आपको 1 लाख रुपए तक की सहायता करेगी। इस खर्च को सरकार 6 महीने के अंदर आपको वापस करेगी।
• जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए कंप्यूटर आदि के सेटअप पर 50 हजार रुपए तक के खर्च पर भी सरकार आपको यह पैसा रिटर्न करेगी।
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दवा सेल करने पर कैसे होगा मुनाफा
• अगर आप जनऔषधि योजना के तहत मेडिकल स्टोर खोलते हैं तो दवा की सेल पर आपको 20 फीसदी कमिशन मिलेगा।
• अगर एक महीने में आप 1 लाख रुपए तक की दवा सेल करते हैं तो इसमें आपकी बचत 20 हजार रुपए होगी।
• कमिशन की कोई लिमिट नहीं है, जितनी दवा सेल होगी, कमिशन उतना ज्यादा बनेगा।
कौन खोल सकता है जनऔषधि सेंटर
• जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए सरकार ने तीन कैटेगरी बनाई है।
• पहली कैटेगरी में कोई भी व्यक्ति,बेरोजगार फार्मासिस्ट,डॉक्टर,रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर स्टोर खोल सकेगा।
• दूसरी कैटेगरी में ट्रस्ट,एनजीओ,प्राइवेट हॉस्पिटल,सोसायटी और सेल्फ हेल्प ग्रुप को स्टोर खोलने का मौका मिलेगा।
• वहीं तीसरी कैटेगरी में राज्य सरकारों द्वारा नॉमिनेट की गई एजेंसी होगी।
• दुकान खोलने के लिए120वर्गफुट एरिया में दुकान होनी जरूरी है।
कैसे करें आवेदन
• स्टोर खोलने के लिए आपके रिटेल ड्रग सेल करने का लाइसेंस जन औषधि स्टोर के नाम से होना चाहिए। इसके अलावा कम से कम 120 वर्ग फुट का एरिया किराए पर या ओनरशिप में होना जरूरी है।
जो व्यक्ति या एजेंसी स्टोरी खोलना चाहता है, वह http://janaushadhi.gov.in/ पर जाकर फार्म डाउनलोड कर सकता है।
• उसे अपने एप्लीकेशन को 2000 रुपए के डिमांड ड्रॉफ्ट के साथ ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर(A&F)के नाम से भेजना होगा।
• ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया का एड्रेस जनऔषधि की वेबसाइट पर मिल जाएगा।