नई दिल्ली : 30 मई यानी आज से इंग्लैंड और वेल्स में ICC क्रिकेट विश्व कप का 12वां संस्करण शुरू हो रहा है। इस बार विश्व कप में 10 टीमें भाग ले रही हैं। इस बार का विश्व कप कई मायनों में दिलचस्प होने वाला है। कई ऐसी चीजें हो सकती हैं, जो हमने पहले कभी नहीं देखीं। आइए, जानते हैं विश्व कप से जुड़ी ये खास बातें.
इस बार विश्व कप में पहली बार 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इससे पहले 1975, 1979, 1983 और 1987 में 8 टीमों ने भाग लिया था, जबकि विश्व कप 2007 में सबसे ज्यादा 16 टीमों ने भाग लिया था।
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के 12वें संस्करण का पहला यानी ओपनिंग मैच मेजबान इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जाएगा। 46 दिन तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में कुल 48 मैच खेले जाएंगे।
1992 विश्व कप के बाद से ये पहली बार होगा जब विश्व कप राउंड रॉबिन लीग फॉर्मेट के तहत खेला जाएगा। इस फॉर्मेट के तहत सभी 10 टीमों को एक-दूसरे के खिलाफ खेलना होगा। इन 10 टीमों में से टॉप चार टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी।
इस विश्व कप में पहली बार सुपर ओवर भी देखा जा सकता है, लेकिन ये सिर्फ सेमीफाइनल और फाइनल में देखने को मिल सकता है। अगर सेमीफाइनल का मैच सुपरओवर में भी टाई रहा या मौसम की वजह से रिजर्व-डे या सुपर-ओवर नहीं खेला जा सका तो लीग स्टेज में ऊपर रहने वाली टीम को विनर घोषित किया जाएगा।
इंग्लैंड इस महासमर की मेजबानी 5वीं बार कर रहा है। यहां आखिरी बार 20 वर्ष पहले 1999 में विश्व कप खेला गया था, जबकि उससे पहले 1975, 1979 और 1983 में भी इंग्लैंड मेजबानी कर चुका है।
क्रिकेट का जनक माने जाने वाले इंग्लैंड टीम को अब तक खिताब का इंतजार है। यह टीम 3 बार फाइनल में पहुंची, लेकिन उसे उपविजेता रहकर संतोष करना पड़ा। 1979 में उसे इंग्लैंड ने हराया तो 1987 में ऑस्ट्रेलिया ने उसका खिताबी सपना तोड़ दिया। तीसरी बार उसे 1992 में पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़ा।
राउंड रोबिन फॉर्मेट का सबसे पहले 1992 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में हुए विश्व कप में किया गया था। राउंड रोबिन फॉर्मेट के हिसाब से हर टीम को 9 मैच खेलने हैं। इस दौरान हर टीम एक-दूसरे से भिड़ेगी। इस राउंड की टॉप 4 टीमों के बीच सेमीफाइनल्स खेले जाएंगे।
12वें आईसीसी वनडे विश्व कप मैच में हिस्सा ले रहीं 10 टीमों के कुल 150 खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें से 81 खिलाड़ी ऐसे हैं, जो पहली बार इस मेगा टूर्नामेंट में पदार्पण करने को तैयार हैं। इनमें भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, वेस्टइंडीज के निकोलस पूरन, पाकिस्तान के इमाल उल हक भी शामिल हैं।
इस बार खिताब के प्रबल दावेदारों में मेजबान देश के अलावा भारत का नाम सबसे ऊपर है। इसका कारण इन दोनों टीमों का हालिया फॉर्म है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने 2019 में जिस तरह की फॉर्म दिखाई है, उससे वह भी रेस में है।
इस टूर्नामेंट के मैच 11 मैदानों पर खेले जाएंगे। इनमें ब्रिस्टल का काउंटी मैदान, लंदन का लॉर्ड्स, नॉटिंघम का ट्रैंटब्रिज मैदान, मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड, टॉटन का काउंटी मैदान, लंदन का द ओवल, चेस्टर ली स्ट्रीट का रिवरसाइड मैदान, लीड्स का हेंडिग्ले, बर्मिंघम का एजबेस्टन, साउथैम्पटन का द रोज बाउल, कार्डिफ का सोफिया गार्डन्स शामिल हैं।