नई दिल्ली: पहले यूपी और अब दिल्ली में अपना परचम लहराने के बाद अब बीजेपी फिर से केंद्र में अपना पैर जमायें रखने के लिए त्यारियों में लग गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने नेतृत्व में पार्टी को एक के बाद एक चुनावी जीत दिलवाते जा रहे शाह ने अभी से 2019 के लोक सभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए शाह 25 अप्रैल से लेकर 25 सितंबर तक पूरे देश का दौरा करेंगे। शाह इन पांच महीने में करीब एक लाख किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार शाह लगभग सभी प्रदेशों और केंद्रशासित प्रदेशों कौ दौरा करेंगे। शाह अप्रैल के आखिरी हफ्ते में जम्मू-कश्मीर गए थे। रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर राज्यों के लिए अमित शाह के दौरे की संभावित तारीखें तय हो चुकी हैं। हालांकि इन तारीखों में तत्कालिक जरूरतों के हिसाब से आखिर समय में बदलाव संभव है।
बीजेपी ने 2014 के लोक सभा चुनाव में 282 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा नीत एनडीए को 336 सीटों पर जीत मिली थी। अमित शाह ने पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं से आगामी आम चुनाव में 2014 से भी बड़ी जीत हासिल करने के लिए कह चुके हैं। शाह 2019 के आम चुनाव से पहले पूरे देश में संगठन का बुनियादी ढांचा मजबूत बनाने में जुटे हैं। शाह के दौरे के दरम्यान ही राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के समय वो राजधानी में मौजूद रहेंगे। हालांकि उनके संभावित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रपति के शपथ-ग्रहण के समय वो केरल में रहेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने सभी राज्यों को तीन श्रेणियों (ए,बी और सी) में बांटा है। राज्यों का बंटवारा लोक सभा सीटों और भाजपा की मौजूदगी के अनुसार किया गया है। ए श्रेणी में 19 राज्य हैं जहां शाह तीन दिन रुकेंगे। बी श्रेणी के तहत सात राज्यों में शाह दो दिन मौजूद रहेंगे। और सी श्रेणी के नौ राज्यों में वो एक दिन के दौरे पर होंगे। सी श्रेणी में कई केंद्रशासित प्रदेश हैं। रिपोर्ट के अनुसार शाह के दौरे की पूरी रूपरेखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संग 19 अप्रैल को हुई लंबी बैठक के बाद तय की गई।