नई दिल्ली : देश में नोटबंदी पर जारी सियासी घमासान के बीच मोदी सरकार ने अब प्लास्टिक के नए नोट लाने का ऐलान किया है। लोकसभा में शुक्रवार को वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब प्लास्टिक की करेंसी छापी जाएगी, इसके लिए कच्चा माल खरीदा जा है।
प्लास्टिक के नए नोट लाने की बन रही योजना
भारतीय रिजर्व बैंक काफी समय से प्लास्टिक करेंसी लॉन्च करने की योजना बना रहा है। फरवरी 2014 में सरकार ने संसद को जानकारी दी थी कि 10 रुपये वाले एक अरब प्लास्टिक नोट छापे जाएंगे और इनके फील्ड ट्रायल के लिए पांच शहर चुने गए हैं। ये शहर थे कोच्चि, मैसूर, जयपुर, शिमला और भुवनेश्वर।
कैसे होते हैं प्लास्टिक के नए नोट, क्या है इनकी खासियत
प्लास्टिक से बने करेंसी नोट पेपर वाले नोटों की तुलना में साफ-सुथरे होते हैं। इन्हें पॉलीमर नोट भी कहा जाता है।
प्लास्टिक के नोटों की औसत उम्र करीब पांच साल होती है। यानी पेपर के नोटों की तुलना में दोगुना से ज्यादा।
प्लास्टिक नोटों की नकल उतारना आसान नहीं होता है।
एक अध्यययन के मुताबिक पेपर वाले नोट की तुलना में प्लास्टिक नोट से ग्लोबल वार्मिंग में 32 फीसदी की कमी और एनर्जी डिमांड में 30 फीसदी की कमी आती है।
प्लास्टिक वाले नोटों का वजन पेपर वाले नोटों की तुलना में कम होता है। ऐसे में इनका ट्रांस्पोर्टेशन और डिस्ट्रीब्यूशन भी आसान होता है।