जानिए, क्यों चीन में रोजा रखने पर लगी पाबंदी

नई दिल्ली : चीन की सरकार ने रमजान माह में सरकारी अधिकारियों, टीचर्स और छात्रों के रोजा रखने पर बैन लगा दिया है। चीन की सरकार की वेबसाइट पर इस आदेश को जारी किया गया है। यह आदेश चीन के सेंट्रल शिनजियांग सरकार की ओर से जारी किया गया है।

बता दें कि चीन के सेंट्रल शिनजियांग के कोरला शहर की सरकारी वेबसाइट पर आदेश के बारे में लिखा है, ‘पार्टी के सदस्‍य, कैडर्स, सरकारी अधिकारियों, छात्रों और अल्‍पसंख्यकों को आदेश दिया जाता है कि वह रमजान के दौरान रोजा नहीं रखेंगे और न ही किसी धार्मिक गतिविधि में शामिल होंगे। रमजान के माह के दौरान खाने-पीने का बिजनेस भी बंद नहीं होना चाहिए।

इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट की ओर से कहा गया है कि मानवाधिकार संगठनों ने दावा किया है कि इस क्षेत्र में मौजूद 10 मिलियन उइग्‍यूर मुसलमानों की अल्‍पसंख्‍यकों की आबादी और यहां के सुरक्षाबलों के बीच धर्म और संस्‍कृति की पाबंदियों को लेकर संघर्ष होता रहता है।

चीन ने आदेश दिया है कि सभी रेस्‍टोरेंट्स सामान्‍य दिनों की तरह खुलेंगे। यह आदेश खासतौर पर शिनजियांग प्रांत के लिए है जहां पर मुसलमानों की आबादी 58 प्रतिशत है। खलीज टाइम्‍स की ओर से वर्ल्‍ड उइग्‍यूर कांग्रेस के नेता के हवाले से लिखा गया है कि चीन समझता है कि उइग्‍यूर का इस्‍लाम पर विश्‍वास उसके लिए खतरा है और चीन के नेतृत्‍व के लिए वह चुनौती बन गए हैं।

गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी चीन ने इसी तरह का बैन लगाया था। पिछले वर्ष चीन ने कम्यूनिस्ट पार्टी के नियमों का हवाला देते हुए कम्‍यूनिस्‍ट ऑफ चाइना के सदस्यों को हिदायत दी थी कि वे रमजान के दौरान उपवास नहीं रखेंगे।