कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में गुरुवार को धराशायी हुए एक निर्माणाधीन फ्लाई ओवर को बनाने वाली कंपनी IVRCL की सफाई सामने आई है। हालांकि दुर्घटना के ठीक बाद कंपनी की ओर से बहुत ही शर्मनाक बयान दिया गया था, जिसमें कंपनी ने कहा था कि यह हादसा भगवान का काम है। इस बीच पुलिस ने कंपनी के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किए जाने का समाचार है। उन पर हत्या अर साजिश का केस दर्ज कर गिरप्तार किया गया है।
फ्लाईओवर का निर्माण कर रही कंपनी के पांच अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। यह फ्लाईओवर वाहनों और फुटपाथ विक्रेताओं पर गिर गया था। दुर्घटनास्थल का दौरा करने वाले कोलकाता पुलिस के आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, ‘हमने निर्माण कंपनी के कुछ अधिकारियों को हिरासत में ले लिया है। हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।’
कोलकाता पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 304, 308 और 407 के तहत हैदराबाद स्थित निर्माण कंपनी आईवीआरसीएल के खिलाफ मामला दर्ज किया है और कंपनी के स्थानीय कार्यालय को सील कर दिया है।
हैदराबाद की कंपनी IVRCL ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कहा कि यह सिर्फ हादसा है। दुर्घटना किसी लापरवाही की वजह से नहुीं हुई है क्योंकि पुल निर्माण के लिए एक जैसी सामग्री उपयोग में लाई गई है। जो हिस्सा गिरा वहां भी वही सामग्री उपयोग की गई, जो पुल के शेष हिस्से में की गई थी।
मलबे में दबी जिंदगी: अब तक 25 की मौत, 88 घायल
कंपनी ने कहा कि हम हादसे की वजह की पड़ताल करेंगे। हमें दुर्घटना का दुख है। हालांकि कंपनी के इस बयान को उसके डर से जोड़कर देखा जा रहा है। क्योंकि इस हादसे के बाद कंपनी की ओर से आए बेतुके बयान के बाद उसकी चौतरफा आलोचना हुई है।
गौरतलब है कि बंगाल की ममता सरकार ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे, वहीं कोलकाता पुलिस की पांच सदस्यी य टीम निर्माण कंपनी आईवीआरसीएल से पूछताछ करने के लिए हैदराबाद दौरे पर है। इस हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 88 लोग घायल हैं।