नई दिल्ली : RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने BJP और RSS के नेताओं को चुनौती दी है। लालू यादव ने कहा, बीजेपी और आरएसएस के नेता सुन लें कि मैं तुम्हें दिल्ली में तुम्हारी कुर्सी से उतारकर नीचे ले आऊंगा, चाहे मेरी स्थिति कैसी भी हो। मुझे डराने की जरूरत नहीं है।
साथ ही लालू ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस मुझसे दुश्मनी निकाल रहे हैं, जो उन्हें भुगतना पड़ेगा। वह मेरी और मेरी पार्टी की छवि ख़राब कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए लालू ने कहा मोदी सरकार का अगर यही रवैया रहा तो वह 5 साल भी पूरे नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा, 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली होगी, जिसमें एक ही विधारधारा के नेता मौजूद होंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।
आपको बता दे कि इस रैली के लिए लालू ने 17 मई की सुबह सोनिया गांधी को फोन कर गुजारिश की थी कि वे पटना के गांधी मैदान में उनकी रैली में शामिल हों।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक 10 मिनट की इस बातचीत में लालू ने कहा था, अगर हम बीजेपी के खिलाफ साथ आने में नाकाम रहे तो खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा था, आरजेडी चाहती है कि सभी बीजेपी विरोधी दल एकजुट हो जाएं। एक सूत्र ने लालू के हवाले से कहा था, मैडम आप 27 तारीख को जरूर आएं। मैं एक विचारधारा वाली पार्टियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहा हूं, ताकि बीजेपी को हराया जा सके। उन्होंने अपने न्योते में कहा, आपको जरूर आना चाहिए, अगर किसी कारण से आप नहीं आ पाएं, तो रैली में प्रियंका गांधी को भेज दें। लालू ने इशारों-इशारों में कहा था कि राहुल गांधी इस रैली में शामिल न हों।
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा था, “भाजपा को नए ‘अलायंस पार्टनर’ मुबारक हो। लालू प्रसाद झुकने और डरने वाला नहीं है। जब तक आखिरी सांस है, फासीवादी ताकतों के खिलाफ लड़ता रहूंगा। लालू भाजपा के नए ‘अलायंस पार्टनर’ किसे कह रहे थे, इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 16 मई को आयकर विभाग ने लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ कथित बेनामी संपत्ति मामले में दिल्ली और गुरुग्राम में 22 स्थानों पर छापेमारी की है। पिछले 40 दिनों से भाजपा के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी लालू प्रसाद के परिवार वालों पर बेनामी संपत्ति अर्जित करने को लेकर लगातार नए खुलासे करते रहे हैं। इसके बाद उन्होंने भाजपा और भाजपा समर्थित मीडिया पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि भाजपा में इतनी हिम्मत नहीं कि वह लालू की आवाज को दबा सके। मैं गीदड़ भभकी से डरने वाला नहीं।