नई दिल्ली : चेन्नई के पूर्व वित्तमंत्री पी. चितंबरम के बाद इनकम टैक्स विभाग ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर इनकम टैक्स विभाग ने शिकंजा कसा। लालू यादव की कथित बेनामी संपत्ति के मामले में आईटी विभाग द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को छापेमारी की गई। विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में 22 ठिकानों पर छापेमारी की।
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक आरजेडी सुप्रीमो के नाम पर 1000 करोड़ की बेनामी संपत्ति होने का आरोप है। लालू के साथ ही उनके करीबियों के यहां भी छापेमारी की गई। इन ठिकानों में उनकी पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता (पीसी गुप्ता) का घर भी शामिल है। इनकम टैक्स द्वारा छापेमारी की कार्रवाई ऐसे समय पर की गई जब बीजेपी ने लालू यादव और उनके बेटों के जमीन सौदे में शामिल होने का आरोप लगाया था। 12 मई को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने केंद्र सरकार से कथित लैंड डील में जांच की मांग की थी।
रविशंकर प्रसाद ने आरजेडी से राज्यसभा सदस्य और लालू यादव की बेटी मीसा भारती पर आरोप लगाया था कि वह चुनावी हलफनामे में दिए गए संपत्ति के ब्यौरे को साबित करने में फेल हुई थी। इसे लेकर उन्होंने चुनाव आयोग से मीसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जमीन सौदे उस समय हुए जब लालू यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे।
प्रसाद ने राज्य की नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल के ऊपर बोलते हैं, लेकिन उनके ऊपर कुछ नहीं बोलते, जिनके कंधों पर उनकी सरकार चल रही है। वहीं, जमीन घोटाले के आरोपों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “अगर बीजेपी को लगता है कि उसके द्वारा लगाए गए आरोप सही हैं और उनके पास मामले में सबूत है तो वह इसे लेकर कोर्ट लेकर जाएं।”
बिहार बीजेपी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर कथित बेनामी संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया था। इस कड़ी में उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि रेलमंत्री रहते हुए कई कंपनियों द्वारा बेनामी संपत्ति खरीदी गई और बाद में उसे सुनियोजित तरीके से लालू परिवार के नाम कर दिया गया।
मोदी ने कहा कि ओमप्रकाश कत्याल नामक एक व्यक्ति ने लालू प्रसाद के लिए बेनामी संपत्ति खरीदने के लिए वर्ष 2006 में ए़ क़े इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई। कंपनी ने मार्च, 2007 में 39 लाख रुपये में पटना के पानापुर में 2857 डिसमिल और चितकोहरा में 43 डिसमिल यानी कुल 72 डिसमिल जमीन खरीदी।
उन्होंने कहा कि कंपनी ने लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव और तेजप्रताप यादव को प्रभुनाथ यादव से उपहारस्वरूप मिली सलेमपुर डुमरा में जमीन सहित दो मंजिला पक्का मकान, जिसकी कीमत 14 लाख रुपये थी, उसे 70 लाख रुपये में खरीद ली। मोदी का आरोप है कि इस बीच ओ़पी़ कत्याल ने 80 लाख रुपये तथा उसके भाई अमित कत्याल ने 35 लाख रुपये का कर्ज कंपनी को दिया, जिससे तेजस्वी और तेजप्रताप के लिए और जमीन खरीदी जा सके।
बताया जा रहा है कि दिल्ली और चेन्नई में 16 ठिकानों पर सीबीआई की ये छापेमारी की जा रही है। सीबीआई ने दिल्ली, नोएडा और चेन्नई में छापेमारी की हैं। सुबह चिदंबरम और बेटे कार्ति के घर सीबीआई ने छापा मारा और अब लालू प्रसाद की बारी। बताया जा रहा है कि ये छापे मारी आईएनएक्स मीडिया को दी गई मंजूरी को लेकर है।
बता दें कि सीबीआई ने चितंबरम के 16 ठिकानों पर छापेमारी की है। सीबीआई ने दिल्ली, नोएडा और चेन्नई में छापेमारी की हैं। खबर के मुताबिक, चिदंबरम के बेटे कार्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद की गई।