नई दिल्ली: PM नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अहम बयान दिया। भूमि अधिग्रहण बिल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यदि यह किसानों के हित में नहीं हुआ तो इसको सरकार बदल देगी।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार किसानों के हितों की रक्षा और उनके लिए काम करने को बनी है। हम सियासी फायदे के लिए कोई काम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अपने काम पर अहंकार किसी को भी तबाह करने के लिए काफी होता है। लोकसभा में उन्होंने भूमि अधिग्रहण बिल का श्रेय कांग्रेस को दिया। उन्होंने कहा इसको लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए। हमारी सरकार देश के हर हिस्से का विकास करने की पक्षधर है। इसके लिए राज्यों को पहले से 48 फीसद ज्यादा पैसा दिया जाएगा।
पीएम ने कहा कि देश के विकास की असली पूंजी राज्यों के पास छिपी है। देश के विकास का लगभग 62 फीसद खजाना राज्यों के पास है। सरकार के पास कई योजनाएं हैं, जिन्हें अभी अमलीजामा पहनाना बाकी है। मोदी ने लोकसभा में कहा कि हमेशा से ही हर सरकार ने किसानों की बातें की हैं, लेकिन किया कुछ नहीं। अब एक ऐसी सरकार है जो किसानों के बारे में न सिर्फ सोचती है बल्कि काम भी करके दिखाती है। किसानों को सिंचाई के लिए पानी, पक्की सड़क और घर चाहिए। मोदी ने कहा कि यह उनकी जरूरत ही नहीं बल्कि उनका हक भी है।
इसी के साथ पीएम ने मनरेगा को बंद करने जैसी किसी भी अफवाह पर आज अपने बयानों और कांग्रेस पर किए तंज से विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि यह योजना बंद नहीं होगी बल्कि इसमें नई चीजें जोड़ी जाएंगी।
कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को पता चलना चाहिए कि आखिर इस योजना के तहत पिछली सरकार ने कितने खंडहर तैयार किए हैं। उन्होंने विपक्ष द्वारा पिछले सत्र के दौरान उनका मजाक उड़ाने पर भी चुटकी ली। मोदी ने कहा कि पिछली बार विपक्ष ने बार-बार कहा कि पीएम मोदी को सदन में आने का वीजा कब मिलेगा। उन्होंने कहा कि विदेश नीति के तहत होने वाली यात्राएं मौज मस्ती का हिस्सा नहीं होती हैं।
वहीँ लोकसभा में दिए पीएम के इन बयानों के बाद सदन में काफी हंगामा भी हुआ। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को बेहतर वक्ता होने के साथ कहा कि सिर्फ बातों से देश नहीं चलता और न ही पेट भरता है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने मनरेगा के प्रति लोगों में गलत बातें कहीं, जबकि हकीकत यह है कि इस योजना का लाभ करोड़ों लोगों तक पहुंचा है। वहीं सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने किसानों के ऋणों को माफ करने की मांग कही।