नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद से अचानक गरीबों के जनधन खाते भर गए हैं। जिसके खाते में हजार-दो हजार हुआ करते थे वहां लाख-दो लाख की रकम पहुंच गई है। अब सरकार इस रकम की एफडी करने की तैयारी कर रही है।
जिसके खाते में यह पैसा पहुंचा है वह उसी का हो जाएगा। इस फार्मूले पर सरकार ने काम शुरू कर दिया है। तीन दिसंबर को मुरादाबाद में आयोजित एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जनधन खाते में जमा पैसा गरीबों का ही हो जाएगा। लिहाजा इस पैसे को न तो गरीब निकालें और न ही किसी को लौटाएं। सरकार एक ऐसा फार्मूला लाने जा रही है जिसमें यह पैसा उस गरीब का हो जाएगा जिसके खाते में आया है।
प्रधानमंत्री की ओर से आठ दिन पहले की गई इस घोषणा पर सरकार ने काम भी शुरू कर दिया है। सभी खातों की जानकारी ली जा रही है। किस खाते में कितनी रकम है और नोटबंदी के बाद कितनी रकम पहुंची है। बैकों से भी इसकी डिटेल जुटाई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार जल्द ही इस संबंध में बड़ा एलान कर सकती है। नए साल पर गरीबों को तोहफा भी दिया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुरादाबाद की जनसभा से एलान किया था कि गरीबों के जनधन खातों में जो पैसा जमा होगा, वह गरीबों का ही हो जाएगा। जनधन खातों में काला धन जमा करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
सरकार जल्द ही एक ऐसा फार्मूला निकालने जा रही है जिसमें जिस गरीब के खाते में जो पैसा आएगा वह उसी का हो जाएगा। फिलहाल इस पैसे को न निकालना और न ही किसी को निकालने देना।