नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवम्बर को नोटबंदी का ऐलान किया था। जिसके बाद नए-नए नियम बनाए जा रहे हैं। अब अगर आप अपने खाते में 50 हजार रुपए जमा करने जाए। तो आपको ये सबूत देना होगा कि आपके पास ये पैसे कहा से आए हैं। नहीं तो आपका पैसा जब्त भी किया जा सकता है।
नोटबंदी के अब बना नया नियम
नोटबंदी के बाद अब आप 50 हजार से अधिक नकदी साथ ले जा रहे हैं तो इसके स्रोत का प्रमाण भी साथ ले जाइए, वरना आपकी नकदी जब्त भी हो सकती है। रकम 10 लाख हुई तो आयकर विभाग भी आपसे पूछताछ कर सकता है।
चुनाव आचार संहिता लगते ही सरकारी मशीनरी सक्रिय हो चुकी है। चुनाव में धन बल का प्रयोग रोकने के लिए सरकारी मशीनरी हर व्यक्ति पर पैनी नजर रखे हुए हैं।
चुनाव में पैसों का बोलबाला अधिक रहता है। इसे रोकने के लिए निर्वाचन आयोग की मशीनरी पूरी तरह सक्रिय हो चुकी है। निर्वाचन व्यय के नोडल अधिकारी गुलफाम अहमद के मुताबिक इसे रोकने के लिए विशेष तौर पर उड़न दस्ता, वीडियो सर्विलांस और स्टेटिक सर्विलांस टीम बनाई गई हैं। जो पैसों के लेनदेन पर कड़ी निगरानी रखेगी।
आचार संहिता लगने से चुनाव संपन्न होने के बाद तक अगर किसी के पास 50 हजार रुपये से अधिक की नकदी मिलती है तो उस व्यक्ति से नकदी के प्रमाण मांगें जाएंगे।
प्रमाण न देने पर नकदी जब्त हो सकती है। प्रमाण के तौर पर बैंक रसीद, पासबुक या अन्य कोई दस्तावेज प्रस्तुत किया जा सकता है। नकदी 10 लाख रुपये या इससे अधिक हुई तो तत्काल आयकर विभाग के हवाले कर दिया जाएगा।
बता दें कि नोटबंदी होने के बाद अभी तक लोगों को कैश नहीं मिल पा रहा है। वहीं पीएम मोदी के इस फैसले से 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई।