अडानी समूह के शेयरों में निवेश की चिंताओं के बीच केंद्र सरकार ने संसद में सफाई पेश की है. सरकार ने संसद को बताया कि बीमा कंपनी LIC ने कहा है कि वह निवेश करते समय सभी नियमों का सख्ती से पालन करती है. भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC ) की तरफ से अडानी समूह की कंपनियों में निवेश को लेकर लगातार सवाल उठाये जा रहे हैं और सरकार के ऊपर राजनीतिक हमले भी किए जा रहे हैं.
राज्यसभा में बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी द्वारा पूछे गए सवाल पर लिखित में जवाब देते हुए वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने कहा कि एलआईसी ने सूचित किया है कि उसके सभी निवेश बीमा अधिनियम, 1938 और आईआरडीएआई (IRDI) निवेश विनियम, 2016 के सांविधिक ढांचे का सख्त अनुपालन करते हुए किए जाते हैं तथा वे कंपनी संचालन व्यवस्था से दिशा निर्देशित होते हैं. उन्होंने कहा कि LIC ने यह भी स्पष्ट किया है कि उसके निवेश के संबंध में ज्यादातर जानकारी पहले से ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है.
30 जनवरी 2023 को LIC ने बयान जारी कर अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश को लेकर सफाई दी थी. LIC ने कहा है कि पिछले कई वर्षों मे उसने अडानी ग्रुप की कंपनी के कुल 30,129 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे हैं जिसका मार्केट वैल्यू 27 जनवरी 2023 के क्लोजिंग प्राइस के बेसिस पर 56,142 करोड़ रुपये है. एलआईसी के मुताबिक शेयर्स और डेट को मिलाकर 31 दिसंबर 2022 तक अडानी समूह की कंपनियों में उसका निवेश का कुल वैल्यू 35917.31 करोड़ रुपये था. और इस तारीख तक LIC का अडानी समूह में कुल निवेश 36,474.78 करोड़ रुपये है.
LIC ने कहा कि अडानी ग्रुप में उसके कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट ( Asset Under Management) के बुक वैल्यू का केवल 0.975 फीसदी है. LIC का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट 41.66 लाख करोड़ रुपये है.