कान्तिकरी महापुरुष राजा राममोहन राय का जन्म पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के राधानगर गांव
भारतेंदु हरिश्चंद्र को हिंदी साहित्य में आधुनिकता का प्रवर्तक माना जाता है. भारतेंदु स्वयं एक
प्रेम, सौंदर्य, देशप्रेम, रहस्यानुभूति, दर्शन, प्रकृति-चित्रण, धर्म आदि विविध विषयों को अपनी विविध साहित्यिक रचनाओं
जिस समय प्रेमचंद गोदान लिख रहे थे, उस समय उनके सामने स्वराज की नयी कल्पनाएँ
जाति जिसके आधार पर ही भारत को विविधाताओ वाला देश कहा जाता हैं । लेकिन
अपने घर से कोसों दूर जंगलों पहाड़ियों में पैदल घूमना, दलित आदिवासियों के पास जाकर
लेखक, फिल्म एवं टीवी पटकथा-संवाद लेखक, हिंदी जगत के प्रमुख व्यंगकार शरद जोशी जी का
निडरता, समानता, प्रेम, वात्सल्य, व्यंग, वास्तविकता, विरोध, समर्थन, निश्चलता और जीवंतता की परिचायक है बाबा
उर्दू अदब के अज़ीम अफ़सानानिगार सआदत हसन मंटो की 107वीं सालगिरह 11 मई को मनाई