पुलिस ने यह नोटिस दो बहनों की ओर से नारायण और आसाराम पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों के बाद जारी किया है। पुलिस के मुताबिक़ वह नारायण साईं को पता नहीं लगा पा रही है। इसी कारण किसी आरोपी के विदेश भागने की आशंका के मद्देनजर लुकआउट नोटिस जारी किया जाता है।
गौरतलब है कि, रविवार को सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर आरोप लगाया था कि साल 2002 से 2004 के बीच दोनों बाप बेटों ने उनका यौन शोषण किया।
आसाराम पर बलात्कार के आरोप बड़ी बहन ने लगाए हैं, जबकि नारायण साईं के खिलाफ बलात्कार का मामला छोटी बहन ने दर्ज कराया है। बड़ी बहन का आरोप है कि आसाराम ने अहमदाबाद के आश्रम में बलात्कार किया। इतना ही नहीं आसाराम की पत्नी और उनकी बेटी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। आसाराम की पत्नी और बेटी पर आरोप है कि उन्होंने दोनों बहनों पर दबाव डाला।
आसाराम और नारायण साईं पर आरोप लगाने वाली दोनों बहनों ने बाप-बेटे की हैवानियत की पूरी कहानी सूरत पुलिस को बताई है। सूरत पुलिस को दिए बयान के मुताबिक बड़ी बहन 1997 से लेकर 2007 तक आसाराम के अहमदाबाद आश्रम में रहती थीं, जबकि छोटी बहन 2001 से 2004 के बीच सूरत और सुरेंद्रनगर के पीढ़माला आश्रम में रही। दोनों बहनों का आरोप है कि दुष्कर्म के बाद आसाराम और नारायण साईं ने जान से मारने की धमकी भी दी। दोनों बहनें 2007 में मां की बीमारी का बहाना करके भाग निकलीं।
इसके बाद सूरत पुलिस ने केस दर्ज किया था। आसाराम पहले से ही यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद हैं। सूरत पुलिस ने आसाराम के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की है। इस केस की जांच अहमदाबाद पुलिस करेगी, जबकि नारायण साईं के खिलाफ आरोपों की जांच सूरत पुलिस करेगी और जानने की कोशिश करेगी कि 2002 से 2004 के बीच कहीं दोनों बहनें नाबालिग तो नहीं थीं, और अगर ऐसा हुआ तो इन दोनों बाप बेटे की मुसीबते बढ़ जायेंगी।