मध्य प्रदेश को देहला देने वाला झाबुआ ब्लास्ट

मध्य प्रदेश, झाबुआ जिले के पेटलावद में शनिवार को हुए विस्फोट मामले में विस्फोटक सामग्री के गोदाम मालिक की तलाश जारी है। मामले में शासन-प्रशासन की भुमिका पर भी उवाल उठ रहे हैं। पेटलावद में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

उल्लेखनीय है कि शनिवार सुबह पेटलावद के न्यू बस स्टैंड के करीब सेठिया होटल में गैस सिलेंडर फटने और उसके बाद होटल के पास में स्थित विस्फोटक के गोदाम में विस्फोट होने से 90 लोग मारे गए थे। यह विस्फोटक गोदाम राजेंद्र कासवा नाम के व्यक्ति का है।

ब्लास्ट को लेकर लोगों में आक्रोश
यहां लोगों में पुलिस और प्रशासन के खिलाफ इस बात को लेकर बेहद आक्रोश है कि विस्फोटक पदार्थों के कारोबारी कसावा को शहर के व्यस्त क्षेत्र बस स्टेंड के पास अवैध रूप से विस्फोटक जमा करने के बावजूद उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि ऐसा करना कानून के खिलाफ है।

रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद हालात का जायजा लेने के लिए पेटलावाद पहुंचे। इस दौरान उन्हें स्थानीय लोगों के भारी विरोध का भी सामना करना पड़ा। वह इस विस्फोट की न्यायिक जांच कराने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। घटनास्थल का दौरा करने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मृतक के परिवारों को 10 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलवा ने बताया कि विस्फोटक का संग्रह करने वाला राजेंद्र कासवा झाबुआ से फरार है। उसकी तलाश जारी है। उसके परिजनों से पूछताछ की गई है, लेकिन फिलहाल उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है।

माना जा रहा है कि गोदाम में 25 किलो बारुद रखा गया होगा। कमरे में भारी मात्रा में डेटोनेटर भी था। इसी गोदाम के अगले हिस्से में अमोनियम नाइट्रेट के बोरे रखे थे। विस्फोट के बाद चिंगारी अमोनियम नाइट्रेट तक पहुंच गई और इतना बड़ा हादसा हो गया। विस्फोट इतना भयानक था कि उसकी आवाज पांच किमी दूर तक सुनाई पड़ी। यह भी कहा जा रहा है कि बंद गोदाम में गर्मी बढ़ने से डेटोनेटर फट गए और यह हादसा हो गय।

पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी ऑर्गनेइजेशन के अनुसार कारोबारी कसावा के पास लाइसेंस नहीं था जबकि एसडीएम का दावा है कि कसावा के पास लाइसेंस था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलवा ने बताया कि विस्फोटक का संग्रह करने वाला राजेंद्र कासवा झाबुआ से फरार है। उसकी तलाश जारी है। उसके परिजनों से पूछताछ की गई है, लेकिन फिलहाल उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है।