नई दिल्ली : श्रमिक विशेष ट्रेनों के समापन की ओर बढ़ने के बीच रेलवे के आंकड़े से पता चलता है कि एक मई से इस रविवार तक ऐसी 4040 ट्रेन चलाई गई और राज्यों द्वारा 256 रेलगाड़ियां रद्द की गईं। ऐसा करने वालों में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहे।
आंकड़े के अनुसार महाराष्ट्र ने 105, गुजरात ने 47, कर्नाटक ने 38 तथा उत्तर प्रदेश ने 30 ट्रेन रद्द की। एक मई से इस बुधवार तक रेलवे ने 4197 श्रमिक ट्रेन चलायी। उनमें से 4116 ट्रेन अपनी यात्री पूरी कर चुकी हैं जबकि 81 रास्ते में हैं। अब केवल 10 और श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलने वाली है।
दिल्ली से समाप्त हुआ श्रमिक स्पेशल ट्रेन का संचालन
रेलवे के अधिकारी ने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से अब कोई नई मांग नहीं होने के कारण दिल्ली से श्रमिक विशेष ट्रेनों का संचालन समाप्त किया जाता है। दिल्ली से जो आखिरी तीन श्रमिक ट्रेन 31 मई को संचालित हुईं, वे हैं आनंद विहार-पूर्णिया, आनंद विहार-भागलपुर, हजरत निजामुद्दीन-महोबा।
अधिकारी ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार की ओर से नए सिरे से मांग आती है तो श्रमिक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। एक मई से दिल्ली के रेलवे स्टेशनों से 242 ट्रेन चलाई गईं, 101 उत्तर प्रदेश गईं, 111 ट्रेन बिहार पहुंची।
रेलवे ने यात्रियों को लौटाए 1885 करोड़ रुपए
कोरोना वायरस महामारी के दौरान कैंसिल किए गए टिकटों के एवज में उत्तर रेलवे ने यात्रियों को 1885 करोड़ रुपये लौटा दिया है। इन ट्रेनों को भारतीय रेल ने देश भर में कोरोना वायरस महामारी के फैलाव को रोकने के लिए रद्द की थी।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि इन टिकटों की बुकिंग 21 मार्च से 31 मई के बीच ऑनलाइन की गई थी। इस दौरान यात्रियों को पृरी रकम लौटायी गयी है। उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे ने यह रकम उन अकाउंट्स में लौटा दिया है, जिसके जरिये टिकट खरीदे गए थे। इसके साथ ही रेलवे ने यह भी दावा किया है कि सभी रकम को तय समय सीमा के भीतर लौटाया गया है।