महाराष्ट्र में गठबंधन के मसले पर आखिरकार शिवसेना ने बीजेपी के आगे घुटने टेक दिए हैं। शिवसेना ने सरकार गठन के मुद्दे पर बीजेपी को समर्थन का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने कहा है कि बीजेपी किसी को भी मुख्यमंत्री बनाए वह उसे समर्थन देगी। हालांकि पार्टी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को अपनी पसंद बताया है। यही नहीं विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष को श्रेय दिया है।
शिवसेना के सूत्रों के हवाले से खबर है कि वह गठबंधन पर आखिरी फैसला लेने के लिए बीजेपी विधायक दल की बैठक का इंतजार करेगी। मंगलवार को होने वाली बीजेपी विधायक दल की बैठक में नेता चुना जाएगा। शिवसेना का कहना है कि मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के बाद ही उन्हें फैसला लेने में सहूलियत होगी।
इस पर कांग्रेस के प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि बीजेपी और शिवसेना दोनों में सत्ता का लालच है और इसके लिए दोनों दल कुछ भी कर सकते हैं। चुनाव से पहले दोनों ने एक-दूसरे को क्या कुछ नहीं कहा और आज वे हाथ मिला रहे हैं। ये इस बात का सबूत है कि उन्हें हर कीमत पर सत्ता चाहिए।
वहीं देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री बनना करीब-करीब तय है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 30 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के साथ पांच कैबिनेट मंत्री भी शपथ लेंगे, जिनमें एकनाथ खड़से, विनोद तावड़े, गिरीश बापट, सुधीर मुनगंटीवार और पंकजा मुंडे होंगी।
गौरतलब है कि दिल्ली में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘टी पार्टी’ के बाद शिवसेना के तेवर नरम पड़े थे। केंद्र में शिवसेना कोटे के मंत्री अनंत गीते ने कहा था कि जनता ने दोनों दलों को साथ काम करने का जनादेश दिया है। उन्होंने कहा था कि वह केंद्र में मंत्री बने रहेंगे। इसके अगले ही दिन ‘सामना’ में उद्धव ने यह संपादकीय लिखा है।
सोमवार सुबह प्रकाशित ‘सामना’ में बीजेपी को लेकर शिवसेना के सुर बदले-बदले नजर आए। चुनाव से पहले बीजेपी को ‘श्राद्ध के कौवे’ बताने वाली पार्टी ने कहा कि बीजेपी को सफलता मिलने से उन्हें खुशी है। अखबार के संपादकीय में उद्धव ने लिखा, ‘बीजेपी को अच्छी सफलता मिली इसका हमें आनंद है। कांग्रेस-राष्ट्रवादी के घोटालेबाजों को सत्ता मिलने के बजाय बीजेपी को मिल रही है, यह राज्य के हित में है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और जे पी नड्डा मुंबई में मंगलवार को होने जा रही पार्टी विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे और राज्य का नया मुख्यमंत्री चुनेंगे।