नई दिल्ली : दिल्ली से बाहर पहली बार दशहरा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी मंगलवार को लखनऊ पहुंचे। प्रदेश में बढ़ती सियासी सरगर्मी के बीच पीएम मोदी ने लखनऊ में ऐशबाग के रामलीला ग्राउंड के मंच से आतंकवाद से लेकर देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों तक पर बात की। प्रधानमंत्री ने विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए ‘जयश्रीराम’ के उद्घोष के साथ भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि ‘मुझे अति प्राचीन रामलीला समारोह में आने का सौभाग्यए मिला. इसी धरती ने श्रीराम और कृष्णह दिए। विजयादशमी का पर्व असत्य पर सत्यय की विजय का पर्व है। हम रावण को तो हर वर्ष जलाते हैं, आखिर इस परंपरा से हमें क्याय सबक लेना है… रावण को जलाते समय हमारा यह संकल्पस होना चाहिए कि हम भी हमारे भीतर, हमारी सामाजिक रचना, राष्ट्री य जीवन में जो-जो बुराइयां हैं, उन्हें भी ऐसे ही खत्मक करके रहेंगे’।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत और अंत दोनों जय श्री राम के नारे के साथ किया। ये है पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें:
1. आतंकवाद मानवता का दुश्मन है, भगवान राम मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
2. आतंकवाद की पहली लड़ाई जटायु ने लड़ी थी।
3. आतंकवाद के खिलाफ एक युद्ध होना अनिवार्य है।
4. युद्ध कभी-कभी अनिवार्य हो जाते हैं, लेकिन हम बुद्ध और युद्ध का संतुलन बनाए रखने वाले लोग हैं। हम युद्ध और शांति के संतुलन को बनाने वाले लोग हैं।
5. अगर सवा सौ करोड़ देशवासी आतंकवाद के प्रति सतर्क रहें और मिलकर लड़ें तो इस आतंकवाद का सामना कर सकते हैं।
6. जो आतंकियों को पनाह देगा, उनका भी नाश होगा। उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा। उसका जड़ से विनाश होगा।
7. आतंकवाद से पूरी दुनिया को एकजुट होकर लड़ने की जरूरत।
8. हमें अपने अंदर की बुराइयों का भी नाश करना होगा।
9. गंदगी भी रावण का ही एक रूप है।
10. गंदगी के खिलाफ अभियान हमारे अंदर से शुरू होना चाहिए। ये बदलाव एक बदले हुए सोच के साथ आएगा।
11. सशक्त, समृद्ध और एकजुट हिंदुस्तान हमारा लक्ष्य।
12. मानवता के मार्ग पर चलने के साथ-साथ हम देश को मजबूत और सिस्टम को पारदर्शी बनाने पर भी काम कर रहे हैं।
13. ये साल गर्ल चाइल्ड वर्ष घोषित है, पूरा विश्व ये दिन मना रहा है, एक सीता को रावण ने हरण किया तो हम हर साल रावण को जलाते हैं, पर हर दिन कोख में लाखों सीता मार रहे हैं, इसे कौन बचाएगा। इस बुराई को भी खत्म करना है।
14. सीता का हरण करने वाले रावण का हम हर साल वध करते हैं। बालिकाओं की सुरक्षा और कल्याण के लिए हमें आगे आकर काम करना होगा। हमें बेटियों को बचाने के लिए हर घर से शुरुआत करनी होगी।
15. हिन्दू हो, मुसलमान हो, सिख या इसाई हो, बेटियों का अधिकार समान होना चाहिए।