खंडित जनादेश की वजह से देश में कोई स्थाई सरकार नहीं बन पाएगी। ऐसे में दो साल के अंदर फिर चुनाव होंगे। उन्होंने आप को सौ सीटें मिलने का भी दावा किया।
राजनीतिक जानकार भले ही मोदी के नेतृत्व में अगली सरकार बनने की भविष्यवाणी कर रहे हों, लेकिन केजरीवाल इसे कतई स्वीकार करने को तैयार नहीं। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, इस समय देश में जबरदस्त समुद्र मंथन का दौर चल रहा है। मेरा मानना है कि इसमें किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगा। ना तो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी और ना ही राहुल गांधी के। उन्होंने दावा किया है कि देश में मोदी की कोई लहर नहीं है। सिर्फ लोगों में कांग्रेस सरकार के खिलाफ गुस्सा है।
उनसे जब यह पूछा गया कि अगी मोदी या राहुल की सरकार नहीं बनेगी तो आखिर सरकार किसकी बनेगी, तो उन्होंने कहा, अस्थायी सरकार किसी की भी बने, यी अहम नहीं है। दो साल के अंदर जब दोबारा चुनाव होंगे तभी एक स्थायी सरकार मिल सकेगी। मोदी और राहुल दोनों को लेकर मीडिया के रवैये पर भी उन्होंने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, मोदीजी से पूछिए कि पे मीडिया को इंटरव्यू क्यों नहीं दे रहे। राहुल और मोदी से मीडिया जरूार सवाल पूछने की हिम्मद क्यों नहीं करती है।