विशेषज्ञों ने रहस्यमयी आवाज का पता लगाया, जो शायद समुद्री प्रभाव की वजह से पैदा हुई। 8 मार्च को मलेशियाई विमान के सैटेलाइट ट्रांसमिशन से संपर्क खत्म होने के वक्त भारतीय समुद्री क्षेत्र में इस हलचल को रिकॉर्ड किया गया। विशेषज्ञों ने आज पानी के भीतर की आवाज की ऑडियो रिकार्डिंग जारी की, जिसके बारे में उनका कहना है कि यह लापता बोइंग 777 के अंतिम क्षणों से जुड़ी हो सकती है।
अध्ययन की अगुवाई कर रही पर्थ के निकट, करटिन विश्वविद्यालय में वरिष्ठ समुद्री विज्ञान रिसर्च फैलो एलेक डंकेन ने ‘द न्यूयार्क टाइम्स’ से कहा कि विमान के गिरने या हादसा होने जैसी आवाज तो नहीं सुनाई दी। आवाज जहां से पैदा हुई वह क्षेत्र भारत के दक्षिणी छोर के करीब मध्य हिंद महसागर के बड़े हिस्से में और ऑस्ट्रेलिया के उत्तरपश्चिम में करीब 3,000 मील की दूरी पर है। लेकिन, इसका आकलन करना मुश्किल भरा है कि दक्षिण पूर्व हिंद महासागर में कहां पर विमान का ईंधन खत्म हुआ होगा।