कोलकाता, पश्चिम बंगाल : बीजेपी के पश्चिम बंगाल में अपनी जगह बनाने के बाद अब तृणमूल प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को खुद से जोड़ने के लिए एक नया कैंपेन शुरू किया है। ‘दीदी के बोलो’ यानी ‘दीदी से बात करो’ कैंपेन के तहत एक नंबर जारी किया गया है, जिसके तहत लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। इसके बारे में ममता बनर्जी ने कहा है कि तृणमूल के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे।
ममता बनर्जी के मुताबिक, यह कैंपेन लोगों की विभिन्न समस्याओं को हल करने के लिए शुरू किया गया है। ममता ने कहा, आने वाले 100 दिनों में तृणमूल के 1000 नेता व कार्यकर्ता गांवों में जाएंगे और लोगों की समस्याओं व परेशानियों को सुनेंगे। पार्टी तय करेगी कि कब, कौन, किस गांव में जाएगा। यही नहीं एक रात उसी गांव में किसी पार्टी समर्थक या फिर कार्यकर्ता के यहां भोजन करने के साथ-साथ ठहरना होगा और गांव से चलने से पहले पार्टी का झंडात्तोलन करना होगा। सोमवार को ममता ने नजरूल मंच में पहले पार्टी के विधायकों, जनप्रतिनिधियों समेत 1000 नेताओं के साथ सांगठनिक बैठक की। बैठक से ममता बनर्जी ने सीधे जनता से संपर्क स्थापित करने के लिए कई गुरू मंत्र दिया।
इस वेबसाइट और फोन पर लोग कर सकेंगे शिकायत व दे पाएंगे सुझाव
तृणमूल की ओर से जारी किए गए नंबर 9137091370 पर फोन पर सीधे ममता से लोग अपनी समस्याएं बता सकते हैं। इसके अलावा www.didikebolo.com वेबसाइट पर जाकर भी लोग अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। एक टीम शिकायत को मॉनिटर करेगी और इसके बारे में सीएम ममता बनर्जी को सूचित करेगी।
सूत्रों अनुसार, ‘दीदी के बोलो कैंपेन’ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर(पीके) के दिमाग की उपज है। ममता के संवाददाता सम्मेलन में प्रशांत किशोर के आने से नई चर्चा शुरू हो सकती थी इसलिए वह नहीं आए। हालांकि यहां भी पीके की रणनीति दिखाई दी कि पहली बार ममता के साथ संवाददाता सम्मेलन में तृणमूल के एक भी नेता मौजूद नहीं थे। ममता अकेले ही कुर्सी पर बैठी थीं।