जानकारी के मुताबिक़ 30 वर्षीय विकलांग रवीन्द्र सिंह और उसका छोटा भाई अरविन्द एक साथ रहते थे, जबकि राकेश और राजेन्द्र एक साथ अलग रहते है, चारो आपस में सगे भाई थे, पुलिस की माने तो पिछले महीने इनकी माँ की मौत हो गयी थी, जिसके तेरही का खर्च रविन्द्र और अरविन्द को ही करना था, उसके एवज में उनके दोनों भाई राकेश और राजेन्द्र ने पैत्रिक जमीन पर उगे गेंहू के फसल को बेचकर रुपया लेने की बात कही थी, मगर तेरही बीत जाने के बाद राजेन्द्र, राकेश और राजेन्द्र की पत्नी ने रविन्द्र को फसल बेच कर तेरही का रुपया देने से मना कर दिया।
इसी बात को लेकर राजेन्द्र और रविन्द्र के बीच पहले तो कहा सुनी हुई, फिर बात इतनी बढ़ गयी की दोनों में मारपीट होने लगी, देखते देखते राजेन्द्र की पत्नी और राजेन्द्र का छोटा भाई भी रविन्द्र पर टूट पड़े, पास खड़े अरविन्द ने जब अपने भाइओ को रोकने की कोशिस की तो उसे भी राकेश और राजेन्द्र ने मारपीट कर कमरे में बंद कर दिया, और विकलांग रविन्द्र के ऊपर मिटटी का तेल डालकर उसके शारीर में आग लगा दी, जिससे वो करीब 80 फीसदी तक जल गया, और आग लगाने के बाद दोनों भाई और राजेन्द्र की पत्नी मौके से फरार हो गए।
अरविन्द के शोर मचाने पर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पहले पुलिस को सूचना दी फिर पुलिस के मदद से रविन्द्र को जिले के जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहा पुलिस और नायब तहसीलदार ने रविन्द्र का बयान लिया, जिसके बाद रविन्द्र की मौत हो गयी, और पुलिस ने अपनी निगरानी में रविन्द्र की लाश को गंगा जी में प्रवाहित करवा दिया, लाश प्रवाहित करने के समय भोगनीपुर कोतवाली के दरोगा पी एन त्रिपाठी और एक कांस्टेबल भी मौजूद थे।
उधर चार भाईयों में सबसे छोटे भाई अरविन्द सिंह ने अपने खूनी दरिन्दे भाई-भाभी को सजा दिलाने हेतु पुलिस के पास पहुचा, तो उन हत्यारों ने फोन पर धमकी दी कि अगर कोई मुकदमा लिखवाया तो तुम्हारा भी वहीं अंजाम होगा। जो रवीन्द्र का किया हैं। जिसके चलते बेचारा अरविन्द डर गया, और चार दिनों के लिए गायब हो गया, मगर अपने भाइओ को सजा दिलाने के लिए अरविन्द ने रविवार को जिले के अपर पुलिस अधीक्षक राम किशुन यादव से मीडिया की निगरानी में मिला और उनको सारी बाते बताई, साथ ही अरविन्द ने कहा की वो भाई का दाह संस्कार के बाद भोगनीपुर कोतवाली गया था, और कोतवाल साहब ने आईपीसी की धारा 304 मतलब गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज भी कर लिया , मगर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की, और इसकी खबर हमारे हत्यारे भाइओ को हो गयी है और वो लोग अब अरविन्द को भी जान से मारने की धमकी दे रहे है, और खुले आम गाँव में घूम रहे है।
ए एस पी रामकिशुन यादव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अरविन्द को कार्यवाही करने का भरोषा दिलाया है और आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश भोगनीपुर कोतवाली के कोतवाल को दे दी है। मगर अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, बल्कि आरोपी अब गाँव छोड़ कर फरार हो चुके है।