नई दिल्ली : भारत के 18 राज्यों में अपनी जीत का परचम लहराने वाली भाजपा को मध्यप्रदेश में मुहं की खानी पड़ी है। बता दें कि मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में किसान आंदोलन के बाद हुए नगर निकाय चुनाव में भाजपा को करारा झटका लगा है। दो नगर परिषद के तीन वार्डों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। तीनों जगहों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है।
आपको बता दें कि मंदसौर जिले की शामगढ़ नगर पंचायत में दो वार्डों और गरोठ पंचायत में एक वार्ड के उपचुनाव के लिए 11 अगस्त को मतदान हुआ था। पांच दिन बाद हुई मतगणना में भाजपा को बुरी तरह शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में किसान आंदोलन के बाद हुए नगर निकाय चुनाव में भाजपा को करारा झटका लगा है। दो नगर परिषद के तीन वार्डों में भाजपा को करारी शिकस्त मिली है। तीनों जगहों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है।
मंदसौर जिले की शामगढ़ नगर पंचायत में दो वार्डों और गरोठ पंचायत में एक वार्ड के उपचुनाव के लिए 11 अगस्त को मतदान हुआ था। पांच दिन बाद हुई मतगणना में भाजपा को बुरी तरह शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
शामगढ़ नगर पंचायत के दो वार्डों के चुनाव में कांग्रेस के गोपाल पटेल और निलेश संघवी ने जीत हासिल की। वहीं गरोठ के वार्ड नंबर 9 के उपचुनाव में भी कांग्रेस की संगीता चंदेल ने भाजपा उम्मीदवार को शिकस्त दी।
शामगढ़ और गरोठ दोनों जगहों पर भाजपा की परिषद होने के बावजूद कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत को किसान आंदोलन से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि किसान आंदोलन के दौरान सरकार और भाजपा के खिलाफ नाराजगी के चलते भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि छोटे से चुनाव को किसान आंदोलन से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। वहीं, कांग्रेस के नेता इस जीत के बाद उत्साहित है।