नक्सहलियों ने बिहार में एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए जमुई के पास धनबाद – पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को गुरूवार की दोपहर बिहार में झाझा-किऊल रेलखंड के कुंदर रेलवे हाल्ट पर 200 हथियाबंद नक्सलियों ने हमला कर दिया। ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद उन्होंने ट्रेन को अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान नक्सलियों ने जमकर गोलाबारी की और बम फोड़े। इस हमले में RPF का एक जवान शहीद हो गया जबकि दो यात्रियों की मौत हो गई। वही हमले में रेलवे गार्ड समेत दो लोग घायल हुए।
गौरतलब है कि महीने भर के भीतर यह दूसरा बड़ा नक्सली हमला है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ 200 के लगभग नक्सली पहले से ही घात लगाए बैठे थे और फायरिंग करके ट्रेन को रोकने के लिए मजबूर कर दिया। बतया जा रहा है कि ट्रेन में चार-पांच की संख्या में युवक सवार थे, उन्होंने वेक्यूम पाइप काटकर ट्रेन को रोका था। जिस जगह पर नक्सकलियों ने ट्रेन पर हमला कियाए वह जगह पटना से 150 किलोमीटर दूर है। जब ट्रेन में मौजूद RPF के जवानो ने जवाबी फायरिंग की तो नक्सलियों ने ट्रेन पर बम फेकने शुरू कर दिए। इस कारण वहां कुछ देर के लिए धुंआ चा गया। इस दौरान अपनी जान बचाने के लिए RPF के जवान जंगल में भाग खड़े हुए।
सूत्रों के मुताबिक़ करीब 200 हमलावर नक्सलियों में बड़ी संख्यां में महिलायें भी शामिल थी और उनहोंने भी गोलाबारी की। ट्रेन को कब्जे में लेने के बाद नक्सलियों ने उसे करीब ढाई बजे छोड़ा। ट्रेन के किऊल स्टेशन पहुंचने पर घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और शवों को भी उतारा गया। जमुई के जिलाधिकारी शशिकां तिवारी के अनुसार CRPF की दो कंपनियों को भेजकर इलाके में छान-बीन शुरू करवा दी गई है।