मुंबई : मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के कई इलाकों में आंदोलन उग्र और हिंसक हो गया है। आज मराठा क्रांति मोर्चा ने महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है। महाराष्ट्र के कई इलाकों में कोल्हापुर, सातारा, सोलापुर, पुणे और मुंबई में हालात काफी तनावपूर्ण है। उधर, प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को सतर्क रहने को कहा गया है।
वहीँ कई जगह लोगों ने चक्का जाम कर रखा है। मराठा मोर्चा के लोगों ने औरंगाबाद-पुणे हाइवे पर सड़क बंद कर रखा है। वहीं ये आंदोलन हिंसक रूप ले चुका है। आरक्षण की मांग को लेकर सोमवार को एक युवक की ख़ुदकुशी के बाद आंदोलन और भड़क गया है। आज इस लड़के के अंतिम संस्कार में पहुंचे शिवसेना सांसद चंद्रकांत खैरे को आंदोलनकारियों ने खदेड़ दिया।
आपको बता दें कि औरंगाबाद में आरक्षण की मांग को लेकर एक युवक ने गोदावरी नदी में कूद कर खुदकुशी कर ली। युवक की मौत के बाद लोग सड़कों पर उतर आए। नाराज लोगों ने महाराष्ट्र के कई इलाकों में तोड़फोड़ की। गई जगहों पर गाड़ियों-बसों को निशाना बनाया गया। राजनीतिक दल मृतक की मौत को सियासी रंग देने की कोशिश में जुट गए हैं। विपक्ष ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना है।
इस बीच इस घटना को लेकर महाराष्ट्र के कई जिलों में तनाव है। प्रदेश सरकार ने बंद के बाद प्रशासन और महाराष्ट्र पुलिस को सतर्क कर दिया है। उधर, मराठा समुदाय की नाराजगी को देखते हुए औरंगाबाद प्रशासन ने मराठा क्रांति मोर्चा की अधिकांश मांगों को मान लिया है। प्रशासन ने बताया कि सरकार मृतक काकासाहेब शिंदे के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देगी। साथ ही उनके छोटे भाई को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
बता दें कि वैसे तो मराठा आरक्षण की मांग लंबे समय से हो रही है, लेकिन बीते कुछ दिनों से आरक्षण के लिए आंदोलन तेज हो गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ लोग कड़ी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग की जा रही है।
उधर, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर मराठा आरक्षण को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद आरक्षण देने का वादा किया था, लेकिन आज वो अपनी ही बात से मुकर रहे हैं।