नई दिल्ली : BSP उपाध्यक्ष ने राहुल गांधी के ‘विदेशी खून’ का मुद्दा उठाकर देश के प्रधानमंत्री दावेदारी पर सवाल उठाया था। राहुल गांधी पर सवाल उठाने वाले उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह को अगले ही दिन BSP सुप्रीमो मायावती ने पद से हटाने का ऐलान कर दिया।
प्रेस कांफ्रेंस कर मायावती ने जय प्रकाश सिंह को पद से हटाने के बाद कहा कि जय प्रकाश सिंह का बयान उनकी व्यक्तिगत सोच है और पार्टी उससे इत्तेफाक नहीं रखती। मायावती ने आगे कहा कि सभी नेता पार्टीलाइन के बाहर कुछ भी न बोलें।
बता दें कि सोमवार को लखनऊ में BSP कार्यकर्ताओं की रैली थी। इसी रैली में जय प्रकाश ने राहुल गांधी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री रहे अपने पिता राजीव गांधी की तरह उनसे कुछ उम्मीद थी। हालांकि वह अपनी मां सोनिया गांधी पर चले।
उनकी मां एक विदेशी हैं और इसलिए राहुल गांधी कभी भी भारतीय राजनीति में सफल नहीं होंगे। उनका विदेशी खून देश का नेतृत्व करने की इजाजत नहीं देता। राजा अब रानी से पैदा नहीं होगा। अगला नेता पेट से नहीं पेटी (बैलट बॉक्स) से पैदा होगा।
जय प्रकाश सिंह का बयान ऐसे वक्त में आया था जब BSP और कांग्रेस के बीच मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन को लेकर चर्चा चल रही थी। सिंह के बयान से गठबंधन की कोशिशों को झटका लग सकता था, यही वजह है कि मायावती ने सिंह के खिलाफ तत्काल कार्रवाई कर डैमेज कंट्रोल किया।
इस समय BSP मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अगले साल होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की बातचीत कर रही है। वहीं लोकसभा चुनाव में BSP और एसपी का गठबंधन लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि अभी तक गठबंधन को लेकर कोई भी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी कांग्रेस के साथ यूपी में कोई भी गठबंधन नहीं चाहती है।