मायावती ने मुसलमान मतदाताओं को अपनी तरफ खींचने की कोशिश करते हुए कहा कि, मोदी सत्ता में आ गये तो देश में सांप्रदायिक दंगों की आशंका है, मुसलमान बसपा के पक्ष में मतदान करके मोदी को सत्ता में आने से रोक सकते हैं। उन्होंने मुसलमानों के साथ ही ब्राह्मण मतदाताओं को भी एकजुट बसपा की तरफ आने की अपील करते हुए कहा ‘लोकसभा चुनाव में हमने ही मुसलमानों और बा्रह्मणों को सर्वाधिक टिकट दिए हैं।’
उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी मायावती ने यहां सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को भी आड़े हाथों लिया और आरोप लगाया कि सपा की सरकार आने के बाद से कानून एवं व्यवस्था का राज समाप्त हो गया है और हत्या लूट डकैती बलात्कार की घटनाएं रोज की बात हो गईं हैं। उन्होंने कहा कि सपा राज में कई सांप्रदायिक दंगें हो चुके हैं और मुजफ्फरनगर दंगों की मार सबसे अधिक मुसलमानों पर पड़ी है।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने जहां एक ओर अपने उपाध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के अघोषित उम्मीदवार के रूप में आगे किया है। वहीं भाजपा ने उस व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया है जिसकी सरकार पर 2002 में गोधरा दंगों का आरोप है।