मेरठ: कहते है की पानी का कोई रंग नहीं होता ये किसी से भी भेदभाव नहीं करता, जल तो सबके लिए ही जीवन है लेकिन इसी जल को लेकर ही उत्तर प्रदेश के मेरठ में दो गुटों के बीच हुए झड़पों में 50 लोग घायल हो गए हैं। संघर्ष के बाद इलाके में तनाव कायम है। यह झगड़ा शनिवार दोपहर को करीब दो बजे एक प्याऊ बनाने को लेकर हुआ। घायलों में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी समेत 2 मीडियाकर्मी भी शामिल हैं।
तीरगरान इलाके में प्याऊ को लेकर दो संप्रदायों के बीच विवाद शुरू हुआ जिसने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। जिलाधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के तीरगरान इलाके में मस्जिद कमेटी के लोग शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे प्याऊ का निर्माण करा रहे थे, जिसका जैन कम्युनिटी के लोगों ने विरोध किया। उनका कहना था कि प्याऊ उनके भी मंदिर से पास है, लोगों की भीड़ से मंदिर की शांति भंग होगी।
बातों बातों में बात इतनी बढ़ गई की इसने हिंसा का रूप ले लिया और दो गुटों में संघर्ष शुरू हो गया। भीड़ ने कथित तौर पर दो मोटरसाइकिलों और कुछ दुकानों को भी फूंक दिया। इस घटना के बाद आसपास के कुछ अन्य इलाकों में भी तनाव फैल गया। कुछ स्थानों पर पथराव की भी सूचना है। स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है।
जिलाधिकारी के अनुसार घटना के बाद शहर में तनाव को देखते हुए आठ कंपनी आरएएफ की बुलाई गई है। इसके अलावा शहर के सभी संवेदनशील इलाकों में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शहर का दौरा कर स्थिति को सामान्य करने की कोशिशों में जुटे हैं। यह संघर्ष ऐसे समय में हुआ है, जब लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान में 12 मई को राज्य की 18 लोकसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं।