मलेशियन स्टार ने हीशामुद्दीन के हवाले से कहा, ‘सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल या इस तरह की प्रणाली जो यूक्रेन वालों या विद्रोही बलों के पास थी जिसका उपयोग हुआ।’ हिशामुद्दीन की टिप्पणी सैन्य खुफिया और एमएच-17 के मलबे की जांच पर आधारित है।
इससे पहले की खबरों में कुछ खुफिया विश्लेषकों का निष्कर्ष था कि विमान को हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से गिराया गया और इसमें यूक्रेन की सरकार का भी हाथ था।