नई दिल्ली: केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया कार्यक्रमों में दिग्गज आइटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भी भागीदार बनेगी। शुक्रवार को कंपनी के सीईओ सत्य नडेला ने इस संबंध में PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। नडेला ने बताया कि कंपनी मोदी सरकार के दोनों ही कार्यक्रमों में साझेदारी के अवसर तलाश करेगी।
दरअसल, भारत को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था और डिजिटल तौर पर सशक्त समाज बनाने के मकसद से मोदी सरकार ने डिजिटल इंडिया की मुहिम पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। भारत को मैन्यूफैक्चरिंग का केंद्र बनाने के उद्देश्य से मेक इन इंडिया कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है।
गौरतलब है कि सितंबर में नडेला भारत आए थे। तब पीएम मोदी से मिलने के बाद उन्होंने भारत में निवेश संबंधी योजनाओं का एलान किया था। नडेला से पूर्व अमेजन के जेफ बेजोस और फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग भी मोदी से मिल चुके हैं।
प्रधानमंत्री के अलावा नडेला ने वित्त मंत्री अरुण जेटली और संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से भी मुलाकात की। प्रसाद से मिलने के बाद नडेला कहा कि भारत में आना हमेशा ही उनके लिए एक सुखद अनुभव होता है। उन्होंने इच्छा जताई कि मोबाइल और क्लाउड की दुनिया में वह हर भारतीय और भारतीय संस्थान को नई तकनीकी के साथ जुड़ा हुआ देखना चाहते हैं।
नडेला ने बताया कि उनकी फर्म खासतौर से डाटा सेंटरों में बड़ा निवेश करने में जुटी है। इससे भारतीय कंपनियों की तकनीकी क्षमता में अभूतपूर्व सुधार होगा। प्रसाद ने नडेला से इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में निवेश का अनुरोध किया। सामाजिक सेवा के क्षेत्र में माइक्रोसॉफ्ट की भूमिका को देखते हुए कंपनी से डिजिटल शिक्षा को प्रोत्साहित करने की भी बात कही।