इस मिड डे मील केस में सारण पुलिस ने अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी करने की गुहार लगाई थी। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेंद्र मोहन झा ने प्रिंसिपल मीना देवी के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था। प्रिसिंपल के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है। निलंबित की जा चुकीं मीना कुमारी घटना के बाद से ही अपने पति के साथ भाग कड़ी हुई ।
गौरतलब है कि मिड डे मील बनाने वाली रसोइए ने स्कूफल की प्रिंसिपल से तेल में गड़बड़ी की शिकायत की थी और बताया था कि बच्चोंन को खाने का स्वाद ठीक नहीं लग रहा है।
इसके बावजूद प्रिंसिपल ने रसोइए से कहा कि वो शिकायत को अनदेखा कर दिया और बच्छो को उसी खराब तेल में बना खाना खाना पड़ा जिसे खाने से 23 बच्चो को मौत हो गई।
इसी के साथ इस हादसे पर दुःख जताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए तो बोले कि यह एक दिल दहला देने वाली घटना है। जब उनसे देर से इस घटना पर मीडिया के सामने आने को लेकर सवाल पूछा गया तो पर उनका कहना था कि वह शारीरिक रूप से लाचार थे। इससे पहले भी सरकार की ओर से मंत्रियों ने कहा था नीतीश कुमार के पैर में फ्रैक्चर के कारण प्लास्टर चढ़ा था।