उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा सौंप दिया, जिसे मुख्यमंत्री ने मंजूर कर अपनी सिफारिश के साथ राज्यपाल रामनरेश यादव को भेज दिया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री चौहान ने राघवजी का इस्तीफा मंजूर कर वित्त विभाग का प्रभार जल संसाधन मंत्री जयंत मलैया को सौंपा है।
दरअसल, राज्य के वित्त मंत्री के नौकर ने उन पर अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है। वह शुक्रवार को शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस के पास पहुंचा। जैसे ही इस प्रकरण की भनक राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगीए राघवजी से इस्तीफा ले लिया गया।
राज्य के वित्त मंत्री के नौकर का आरोप है कि राघवजी ने सरकारी नौकरी देने के बहाने उसके साथ यौन दुराचार किया। नौकर के मुताबिकए वित्त मंत्री के अलावा उनके दो सहयोगी भी इस घृणित काम में शामिल थे। सबूत के तौर पर उसने पुलिस को एक सीडी दी हैए जिसे राघवजी के पुराने नौकर ने बनाया था।
हबीबगंज थाने में यौन उत्पीड़न की लिखित शिकायत कराने के बाद से नौकर गायब है। राघवजी की एक अश्लील सीडी भी सामने आई है। हालांकिए राघवजी ने कहा कि उन्होंने किसी के साथ भी कोई अनैतिक कार्य नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह लड़का उनके घर में नौकर भी नहीं था, केवल उनके हाथ-पांव दबाता था। राघवजी ने कहा कि उसकी गरीबी देखकर उन्होंने उसे अपने घर में रख लिया था।
उन्होंने यही भी कहा है कि यह आरोप मनगढ़ हैं, इसमें साजिश की बू आ रही है। यह लड़का (नौकर) यहां इसलिए रह रहा था कि उसे रहने की जगह नहीं थी। वह यहां नौकर नहीं था। मैं उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर नहीं करूंगा क्योंकि लड़का अभी कम उम्र का है। वह पिछले महीने से घर छोड़ चुका है, मुझे कोई ब्लैकमेल नहीं कर सकता है।
विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के एक बड़े नेता के इस तरह के आरोपों में घिरने से बीजेपी के सामने नई मुसीबत आ गई है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को बीजेपी के खिलाफ अपना हथियार बनाकर प्रयोग करना शुरू कर दिया है, और राघवजी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। उधर, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह श्राहुल, ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद बताते हुए कहा कि राजनीति में भ्रष्टाचार से अधिक खतरनाक नैतिक भ्रष्टाचार है।