पटना: सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्ती दिखाए जाने के बाद भी मॉब लिचिंग की घटना थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला बेगूसराय का है। जानकारी अनुसार छौड़ाही में दिन में 12 बजे स्कूल से एक छात्र को अगवा कर ले जा रहे तीन बदमाशों को ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला। घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस इसे भीड़ की हिंसा मान रही है। एसपी आदित्य कुमार ने कानून हाथ में लेने वाले ग्रामीणों पर कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने लापरवाही पर छौड़ाही ओपी के प्रभारी सिंटू कुमार झा को निलंबित कर दिया है।
मरने वाले तीनों बदमाशों की पहचान कुंभी निवासी श्याम सिंह उर्फ बौना सिंह, कुख्यात मुकेश महतो व बौना सिंह के बहनोई रोसड़ा निवासी हीरा सिंह के रूप में हुई है। सुबह साढ़े दस बजे दो बाइक से चार अपराधी स्कूल पहुंचे व प्रधानाध्यापिका नीमा कुमारी से एक छात्रा के बारे में पूछा। प्रधानाध्यापिका के यह बताने पर कि वह छात्रा आज नहीं आयी है, बदमाशों ने उन पर पिस्तौल तान दी। पिस्तौल देख वह बेहोश हो गईं। इससे घबराई स्कूल के छात्रों ने शोर मचाना शुरू कर दिया।
शोर सुनकर खेतों में काम कर रहीं महिलाएं पहुंच गईं व बदमाशों पर टूट पड़ीं। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ भी जुट गई व बदमाशों को घेरकर पीटना शुरू कर दिया। सूचना पर छौड़ाही ओपी की पुलिस पहुंची और बदमाशों को क्लास रूम में बंद कर ताला लगा दिया। इससे ग्रामीणों उग्र हो गए और पुलिस को खदेड़ दिया। क्लास रूम का ताला तोड़ बदमाशों को निकाल फिर से उनकी पिटाई की। आधे घंटे बाद तीन थानों की पुलिस पहुंची व बदमाशों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर सदर अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस मामले में हेडमास्टर नीमा देवी ने बताया कि हर दिन की तरह विद्यालय का संचालन किया जा रहा था। प्रार्थना के बाद कक्ष में बच्चों को पढ़ा रही थी। मेरे अलावा एक और सहायक शिक्षिका कार्यरत है जो आज छुट्टी पर थी। करीब 11 बजे एक उजले रंग की टीवीएस विक्टर बाइक पर सवार तीन अपराधी विद्यालय परिसर में दाखिल हुए। उनमें से एक बाइक से उतरकर सीधे क्लास में आकर पांचवीं कक्षा की एक छात्रा को खोजने लगे। बदमाश अपने आपको छात्रा का चाचा बता रहा था। छात्रा को बार-बार खोजने के बाद मैंने कहा कि आज वह विद्यालय नहीं आई है। उसके घर जाइए। इसके बाद उसके साथ आए दो और बदमाश क्लास में घुसे। पहले से मौजूद अपराधी से कहा कि मैडम सही जानकारी नहीं दे रही हैं। इसके बाद मुकेश ने मेरी कनपट्टी में पिस्तौल सटा दी। इसी बीच मैंने बच्चों को भागने का इशारा किया। बच्चे सीधे गांव की ओर भागे और ग्रामीणों को सूचना दी।