इस राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया है कि यूपीए के चार साल देश के लिए बेहद ही खराब रहे। इस दौरान के देश में आर्थिक गिरावट आई। इस प्रस्ताव में सोनिया-मनमोहन मॉडल पर भी कई सवाल उठाये गये कि कांग्रेस का ढांचा दोषपूर्ण है। यूपीए में सत्ता के दो केंद्र हैं। दोनों केंद्रों के बीच मनमुटाव है। प्रस्ताव पर अपना मत रखते हुए पार्रिकर ने कहा कि यूपीए में सोनिया कैबिनेट अलग और मनमोहन सिंह कैबिनेट अलग है।
BJP में बने इस माहौल को देख कर ऐसा लगता है कि ऐन वक्त पर आडवाणी का दबाव रंग ला रहा है। चर्चा है कि मोदी को BJP की कैंपेन कमिटी का अध्यक्ष नहीं बल्कि संयोजक बनाया जाएगा। हालांकि इसका अभी आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। गोवा में BJP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मोदी का भाषण शुरू हो गया है। मोदी ने एक बार फिर से पीएम मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला बोला है।
BJP की बैठक में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस नीत यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा कांग्रेस ने देश में अविश्वास का माहौल बनाया है। PM पद को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षा तो जगजाहिर है। उन्होंने कांग्रेस पर देश का विश्वास तोड़ने का आरोप लगाया, साथ ही सतारूढ़ पार्टी को अविश्वास के माहौल के लिए जिम्मेदार बताया।
अपने भाषण के दौरान उन्होंने कांग्रेस के भारत निर्माण विज्ञापन पर भी निशाना साधा।उन्होंने कहा, ‘यूपीए का विज्ञापन कहता है कि भारत निर्माण पर हक है मेरा।पर सच तो यह है कि भारत निर्माण पर हक नहीं, शक है मेरा।