के बादल छंट जाएंगे। इसके बाद नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी की बहस पूरी रफ्तार पकड़ लेगी।
पिछले काफी महीनों से BJP में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर घमासान चल रहा है। BJP के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी मोदी की उम्मीदवारी के खिलाफ खड़े हैं, लेकिन पिछले दिनों RSS नेताओं से उनकी मुलाकात में बात नहीं बनी। अगर मोदी के नाम पर मुहर लगती है तो अगले लोकसभा चुनाव में राहुल बनाम मोदी की टक्कर जोरदार ढ़ंग से देखने को मिलेगी। महाराष्ट्र के अमरावती में आज से होने वाली RSS की बैठक में भी मोदी पर चर्चा होगीए और इस बैठक में मोदी के नाम पर संघ परिवार अंतिम मुहर लगाएगा।
BJP सूत्रों के मुताबिक़ नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। इस सीट का प्रतिनिधित्व BJP नेता मुरली मनोहर जोशी कर रहे हैं। BJP के एक नेता ने पार्टी की चुनावी रणनीति पर रोशनी डालते हुए कहा, BJP के रणनीतिकारों को यकीन है कि 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने जिन शहरी सीटों पर जीत दर्ज की थी, उन सीटों को अगले चुनावों में आर्थिक खस्ताहाली और कुशासन के चलते वह हारेगी। इन वोटों और अपने पारंपरिक गढ़ों में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत BJP के सीटों का आंकड़ा निश्चित रूप से बढ़ेगा। BJP ने मॉनसून के बाद मोदी के लिए 100 बड़ी चुनावी रैलियों की योजना बनाई है। मोदी ने पार्टी ईकाइयों को निर्देश दिया है कि रैलियों के लिए अगस्त तक अभियान पूरा कर लिया जाए।
BJP से जुड़े सूत्र ने यह भी बताया कि RSS ने मोदी को अपनी पसंद बताते हुए आडवाणी और जोशी को संदेश दे दिया है। RSS इस समय अमरावती में तीन दिनों का सम्मेलन कर रहा है। इस दौरान संघ अपने सभी आनुषांगिक संगठनों से मोदी की उम्मीदवारी पर चर्चा करेगा।
BJP और RSS दोनों इस बात पर सहमत हैं कि पार्टी को अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम जल्द सार्वजनिक कर देना चाहिए। दोनों का मानना है कि ऐसा करने से संशय की स्थिति से छुटकारा मिलेगाए साथ ही नरेंद्र मोदी देश भर में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार अभियान में जुट जाएंगे।