नरेंद्र मोदी की चुनावी टीम में बीजेपी के सभी दिग्गजों को मिली है अहम जिम्मेदारी। सुषमा, जेटली, शिवराज चौहान अब मोदी के साथ मिलकर काम करेंगे। तीन पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष भी टीम मोदी में हैं। बीजेपी की केंद्रीय चुनाव अभियान समिति नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करेगी। इसमें मुरली मनोहर जोशीए वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, अनंत कुमारए अरुण जेटली, थावर चंद गहलोत, रामलाल के अलावा तीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और मनोहर पर्रिकर भी शामिल हैं।
इस घोषणा के बाद जो एक बात स्पष्ट। रूप से सामने निकलकर आई है वो ये है कि बीजेपी के छोटे और बड़े सभी नेता मोदी के नेतृत्व में काम करने को तैयार हैं। पार्टी अध्यकक्ष राजनाथ सिंह और वरिष्ठी नेता लालकृष्णव आडवाणी को छोड़कर सभी नेता किसी न किसी कमिटी में शामिल हैं। भाजपा संसदीय बोर्ड ने राजनाथ और मोदी को आगामी लोकसभा चुनावों के लिए विभिन्न पहलुओं को देखने वाली समितियों के गठन के लिए अधिकृत किया था। दोनों नेताओं ने समितियों का गठन कर इसमें सदस्यों को नामित किया।
जहां एक तरफ नरेन्द्र मोदी देश भर में गुजरात के विकास मॉडल की तारीफ कर कांग्रेस पर सीधा वार करते दिखाई देते हैं, तो वहीं दूसरी और कांग्रेस भी मोदी को बख्शने के मूड में नहीं है। आने वाले तीन महीनों में आंदोलन कर कांग्रेस यह साबित करने की कोशिश करेगी कि नरेंद्र मोदी के गुजरात मॉडल में बहुत सी खामियां हैं।
कांग्रेस ने गुजरात में मोदी को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के साथ मीटिंग में मोदी के खिलाफ फुल प्रूफ प्लैनिंग की गई है। राहुल से बैठक के बाद कांग्रेस ने गुजरात में अगले तीन महीने तक मोदी की विकास योजनाओं की पोल खोलने का प्लान तैयार किया है।
वहीँ कभी बीजेपी की सहयोगी रहीं पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी भी मोदी के खिलाफ हैं। बीरभूम जिले की रैली में ममता ने साफ कह दिया है कि वो मोदी का समर्थन कभी नहीं करेंगी। ममता बनर्जी ने मोदी को लेकर अपनी पार्टी का रुख बता दिया है। ममता ने कहा है कि मोदी को हमारी तरफ से समर्थन अभी ही नहीं बल्कि कभी नहीं मिलेगा। ममता ने कांग्रेस पर भी वार करते हुए कहा कि वो नौ साल से सत्ता में हैं उन्हें अब क्यों मोदी की इतनी चिंता हो रही है। सिर्फ चुनाव के लिए ही यूपीए सरकार मोदी पर हमले कर रही हैं।