मोदी ने कहा देश को सरदार पटेल वाला सेक्युलरिज्म चाहिए, वोट बैंक वाला नहीं

005 narendra modiसरदार वल्लभ भाई पटेल की 137वीं जयंती के मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने नर्मदा जिले में ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति का शिलान्यास करने के साथ ही कांग्रेस पर करारा हमला किया और कहा कि बड़े नेताओं की विरासत देश की होती है, किसी पार्टी की नहीं। उन्होंने कहा कि दल से देश बड़ा होता है।

इस मौके पर लालकृष्ण आडवाणी भी मौजूद थे। सरदार वल्लभभाई पटेल की विरासत को लेकर दो दिन पूर्व गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच एक तरह से सार्वजनिक बहस होने के बाद मोदी ने आज पटेल की प्रतिमा की आधारशिला रखी।

इस मौके पर मोदी ने सेक्युलरिजम को लेकर अपने ऊपर हो रहे हमलों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पटेल भी सेक्युलर थे लेकिन उनका सेक्युलरिजम सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण के रास्ते में नहीं आया। मोदी ने कहा कि हमें पटेल वाला सेक्युलरिजम चाहिए न कि वोट बैंक वाला।

मोदी ने ब्लॉग में कहा, प्रतिमा का निर्माण आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए पीपीपी मॉडल से किया जा रहा है। कुछ महीने पहले मैंने भारत भर के मेरे किसान भाइयों और बहनों से अनुरोध किया था कि प्रतिमा के निर्माण के लिए अपनी खेती में इस्तेमाल होने वाले लोहे के उपकरणों को दान में दें।

उन्होंने कहा कि सरदार पटेल न केवल लौह पुरुष थे, बल्कि एक किसान पुत्र भी थे। मैं एक बार फिर सभी से हमारे इस प्रयास में सहयोग की अपील करता हूं। मंगलवार को सरदार पटेल संग्रहालय के उद्घाटन के दौरान एक तरह से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के बीच पटेल की विरासत पर दावे को लेकर बहस सी छिड़ गई थी।

नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगर सरदार पटेल भारत के पहले प्रधानमंत्री होते, तो देश की दशा और दिशा ही अगल होती, वहीं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पटेल के धर्मनिरपेक्ष रुख की याद दिलाई।

मोदी नर्मदा जिले के केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बनवा रहे हैं। 2074 करोड़ की लागत से बनने वाली पटेल की इस मूर्ति को स्टैचू ऑफ यूनिटी का नाम दिया गया है। जाहिर है मोदी इस प्रॉजेक्ट से पटेल को सम्मान देने के साथ-साथ अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी गांधी-नेहरू सियासी वंश परंपरा को चुनौती देना चाहते हैं और उनके समानांतर एक राष्ट्र नायक खड़ा करना चाहते हैं। वहीं सरदार पटेल को लेकर नरेंद्र मोदी के प्रेम से कांग्रेस असहज महसूस कर रही है और दोनों पार्टियों के बीच इसको लेकर जुबानी जंग भी हो रही है।