उन्होंने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ के एक ‘ऑफ द रेकॉर्ड’ बातचीत में भारतीय पीएम मनमोहन सिंह को कथित तौर पर ‘देहाती औरत’ कहे जाने पर शरीफ को आड़े हाथों लिया, तो साथ ही इसके लिए राहुल को ही जिम्मेदार भी ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि देश में ‘शहजादे’ ही पीएम की पगड़ी उछाल रहे होंए तो विदेशी उनकी क्या इज्जत करेंगे।
उन्होंने कहा, दिल्ली आज सरकारों के बोझ के नीचे दब गई है। अकेले दिल्ली में कई सरकारें हैं, एक मां की सरकार है, एक बेटे की नई सरकार है, एक दामाद की सरकार है। शीला दीक्षित सबसे सुखी मुख्यमंत्री हैं और वह सिर्फ रिबन काटने का काम करती हैं। पीएम मनमोहन सिंह पर तीखा कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सरदार हैं पर असरदार नहीं।
मोदी ने कहा कि गठबंधन की सरकार बनती है, अंकगणित के हिसाब से, लेकिन गठबंधन की सरकारें चलती है, कैमिस्ट्री के हिसाब से, लेकिन जिनकी कैमिस्ट्री नहीं मिलती, ऐसी सरकारें लोगों का भला नहीं कर पातीं। मोदी ने रैली में जुटी जनता को कहा कि दिल्ली वालों ने आज से पहले इतनी भीड़ नहीं देखी होगी।
मोदी ने भ्रष्टाचार की बात कहते हुए कहा कि यह देश के भविष्य़ के साथ खिलवाड़ है। कॉमनवेल्थ खेलों के भ्रष्टाचार की बात करते हुए मोदी ने कहा कि शीला ने सारा दोष समिति पर डाल दिया। इस घोटाले ने विश्व पटल पर हिन्दुस्तान की इज्जत खराब की है। वहीं कोरिया का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि वहां ओलिंपिक खेलों ने देश की तकदीर बदल दी। वहीं
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि चीन ने खेल के माध्यम से अपनी ताकत दिखाई और पूरी दुनिया ने उसे माना। मोदी ने कहा कि वहीं भारत ने इस मौके को गंवा दिया। उन्होंने कहा कि वहीं भारत ने इस मौके को गंवा दिया। उनका कहना है कि भारत इस वजह से 20 साल पीछे चला गया।