चेन्नई : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को भारत दौरे पर आये हैं। यहां PM नरेन्द्र मोदी और जिनपिंग की मुलाकात के दौरान कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत होगी।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच महाबलीपुरम के मल्लापुरम में होने वाली दूसरी अनौपचारिक मुलाकात के पूरा शहर तैयार हो गया है। इस अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए तमिलनाडु का ऐतिहासिक महाबलीपुरम (मामल्लापुरम) सुरक्षा के लिहाज से अभेद्य किले में तब्दील हो गया है। सुरक्षा इंतजामों के साथ ही सुंदरता के भी बेहतरीन इंतजाम किए गए हैं। अलग-अलग क्षेत्र और लोगों ने अपने-अपने स्तर पर स्वागत की तैयारियां भी की हैं।
यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जिनपिंग से मुलाकात की थी। उल्लेखनीय है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।
मोदी ने अंग्रेजी, तमिल और चीनी भाषा में ट्वीट किया, “चेन्नई पहुंच गया हूं। मैं तमिलनाडु की महान भूमि पहुंच कर खुश हूं जिसे अपनी अद्भुत संस्कृति एवं आतिथ्य सत्कार के लिए जाना जाता है।’’ मोदी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि तमिलनाडु राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी करेगा। यह अनौपचारिक शिखर वार्ता भारत और चीन के संबंधों को और मजबूत करे, यही कामना है। मोदी ने शुक्रवार को चीनी भाषा में भी ट्वीट किया। उन्होंने चिनफिंग के साथ अपनी अनौपचारिक शिखर वार्ता से पहले अपने पूर्वी पड़ोसी देश तक संदेश पहुंचाने का प्रयास किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर कहा कि दोनों नेता विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे जिनमें कोई एजेंडा की सीमा नहीं होगी।
मोदी और जिनपिंग की अनौपचारिक शिखर वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब करीब दो महीने पहले ही भारत ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लेकर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया है।