भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। मेलबर्न टेस्ट मैच के ड्रॉ होने के बाद धोनी ने इसका ऐलान किया। धौनी ने भारत की ओर से 90 टेस्ट मैचों में 38.09 की औसत से 4876 रन बनाए हैं। धौनी के नाम टेस्ट मैचों में 6 शतक और 33 अर्धशतक है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रही चार मैचों की सीरीज के तीसरे मैच के बाद धौनी ने यह फैसला सुनाया। धौनी के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 जनवरी से होने वाले चौथे टेस्ट में टीम इंडिया की कमान विराट कोहली के हाथों में होगी।
गौरतलब है कि आज ही टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी टेस्ट सीरीज में तीसरा टेस्ट ड्रा कराया है और टीम ये सीरीज 2-0 से गंवा चुकी है। इस हार के बाद बीसीसीआइ की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि धौनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है ताकि वो क्रिकेट के दूसरे फॉर्म में पूरी तरह अपना ध्यान केंद्रित कर सकें।
बीसीसीआइ ने इस बारे में जारी प्रेस रिलीज में कहा है कि टीम इंडिया के महानतम टेस्ट कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धौनी जिनके नेतृत्व में टीम ने टेस्ट में नंबर 1 की रैंकिंग हासिल की। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने का फैसला किया है। रिलीज में कहा गया है कि बीसीसीआइ धोनी के निर्णय का सम्मान करता है और टेस्ट क्रिकेट में उनके योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देता है।
धौनी ने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर की शुरुआत श्रीलंका के खिलाफ 2005 में की थी। 2 दिसंबर से 6 दिसंबर, 2005 तक चले मैच में धौनी ने विकेट के पीछे एक कैच लिया था और पहली पारी में 30 रन बनाए थे। यह मैच ड्रॉ रहा था। धौनी ने अपने टेस्ट करियर में खेले 90 मैचों की 144 पारियों में कुल 4876 रन बनाए। टेस्ट में उन्होंने विकेट के पीछे 256 कैच लपके, जबकि 38 बल्लेबाजों को स्टंप आउट किया। धोनी के खाते में 6 शतक और 33 अर्धशतक लगाए हैं।
धोनी अब टी-20 और एकदिवसीय प्रारूप पर ध्यान देंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उनके इस फैसले का स्वागत करते हुए उनको भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।