IPL-8 के खिताब पर कब्जा जमाने के लिए चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस की टीमें फाइनल में आमने-सामने थीं। फाइनल मुकाबले में धौनी ने टॉस जीतकर मुंबई को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 202 रन बनाए। चेन्नई के सामने 203 रनों की लक्ष्य था लेकिन वे उसे 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 161 रन ही बना सके और 41 रनों से मैच गंवा दिया। रोहित शर्मा को ‘मैन ऑफ द मैच चुना गया’। इसके साथ ही मुंबई ने दूसरी बार आइपीएल खिताब अपने नाम किया। इससे पहले 2013 में भी मुंबई ने चेन्नई को ही फाइनल में हराया था।
चेन्नई के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई को पहले ही ओवर में पार्थिव पटेल के रूप में बड़ा झटका लगा। पार्थिव नेहरा की गेंद पर रन लेने के दौरान रन आउट हो गए। फाइनल मुकाबले में पार्थिव शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौटे। हालांकि इसके बाद रोहित शर्मा और लेंडल सिमंस के बीच दूसरे विकेट के लिए 120 रन की साझेदारी हुई। इस साझेदारी के ड्वेन ब्रावो ने तोड़ा। उन्होंने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे रोहित को जडेजा के हाथों कौच आउट करवा दिया। रोहित ने 26 गेदों में 50 रन बनाए। रोहित के आउट होने के तुरंत बाद ही सिमंस भी आउट हो गए। उन्हें स्मिथ ने अपने ओवर की पहली ही गेंद पर क्लीन बोल्ड कर दिया। स्मिथ ने कमाल की पारी खेलते हुए 45 गेंदों में 68 रन बनाए। इसके बाद कीरोन पोलार्ड और अंबाती रायुडू ने मोर्चा संभाला और धुआंधार बल्लेबाजी की। पोलार्ड 19वें ओवर में मोहित शर्मा की गेंद पर कैच आउट हो गए। पोलार्ड ने 18 गेंदों पर 36 रन बनाए। इसके बाद अंतिम ओवर में हार्दिक पांड्या शून्य पर ब्रावो की गेंद पर रैना को कैच थमा बैठे और मुंबई को पांचवां झटका लगा। हालांकि इसके बावजूद शुरुआत की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के दम पर मुंबई ने 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 202 रन बनाए। अंबाती रायडू 24 गेंदों पर 36 रन बनाकर नाबाद लौटे। चेन्नई की तरफ से ड्वेन ब्रावो ने सर्वाधिक 2 विकेट हासिल किए जबकि मोहित शर्मा और ड्वेन स्मिथ ने एक-एक विकेट हासिल किया।
जवाब में उतरी चेन्नई की टीम को पहला झटका पांचवें ओवर की चौथी गेंद पर लगा। मैक्लेंघन की गेंद पर पोइंट दिशा में खड़े फील्डर सुचिथ ने माइक हसी (4) का कैच लपका। ये कैच शुरुआत में तो विकेट करार नहीं दिया गया क्योंकि सबको संदेह था कि गेंद जमीन से लगकर फील्डर के हाथों में गई है लेकिन थर्ड अंपायर से मदद लेने के बाद टीवी रीप्ले में पाया गया कि गेंद सीधे सुचिथ के हाथों में ही गई थी।
इसके बाद ड्वेन स्मिथ ने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन वो 12वें ओवर में हरभजन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। स्मिथ ने 48 गेंदों पर 57 रन बनाए। जबकि हरभजन ने ही सुरेश रैना (28) को 14वें ओवर में स्टंप आउट करा दिया। इसके बाद 15वें ओवर की तीसरी गेंद पर मैक्लेंघन ने ब्रावो (9) को सिमंस के हाथों कैच कराया और चेन्नई को चौथा झटका दिया। वहीं, महेंद्र सिंह धौनी (18) मलिंगा की गेंद पर बोल्ड हुए जबकि 17वें ओवर की दूसरी गेंद पर फैफ डु प्लेसी (1) के रूप में विनय कुमार ने चेन्नई को छठा झटका दे दिया।
इसके बाद मलिंगा ने 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर पवन नेगी (3) को भी पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। वहीं, 19वें ओवर में रविचंद्रन अश्विन (2) मैक्लेंघन की गेंद पर आठवें विकेट के रूप में कैच आउट हुए। इसके बाद कोई विकेट तो नहीं गिरा लेकिन चेन्नई की टीम 20 ओवर में सिर्फ 161 रन ही बना सकी। मुंबई की तरफ से मैक्लेंघन ने सर्वाधिक 3 विकेट लिए जबकि मलिंगा और हरभजन ने 2-2 विकेट हासिल किए जबकि एक विकेट विनय कुमार ने लिया।