आयकर विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि, हमने मुंडे को नोटिस भेज दिया है, और उनसे इन दावों पर स्पष्टीकरण भी मांगा है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए आठ करोड़ रुपये खर्च किए थे।
दरअसल, गोपीनाथ मुंडे ने 27 जून को आयोजित एक पुस्तक विमोचन समारोह में यह टिप्पणी की थी, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया था। मुंडे के दावों का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने लोकसभा में बीजेपी के उपनेता को कारण बताओ नोटिस भेजा था। मुंडे ने कहा थाए जब मैंने 1980 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा थाए तो मैंने 29,000 रुपये खर्च किये थे, लेकिन पिछले चुनाव (2009 के लोकसभा चुनाव) में मैंने 8 करोड़ रुपये खर्च किए।
हालांकिए चुनाव आयोग ने मुंडे से कहा कि वह अपने इस बयान पर 20 दिनों के भीतर जवाब दें। आयोग ने पिछले हफ्ते शनिवार को ही गोपीनाथ मुंडे के खिलाफ जांच शुरू कर दी थी। मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस सपंत ने कहा था कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।