बाएं हाथ के अनुभवी स्पिनर मुरली कार्तिक ने शनिवार को प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने भारत के लिए 1999 से 2007 के बीच आठ टेस्ट मैच और 37 वनडे खेलते हुए क्रम से 24 और 37 विकेट लिए। हालांकि कार्तिक साथ ही फर्स्ट क्लास क्रिकेट भी खेलते रहे जिसमें उन्होंने मिडलसेक्स, सर्रे और समरसेट जैसी इंग्लिश कांउटी टीमों के लिए खेलते हुए 203 मैचों में 644 विकेट लिए।
कार्तिक ने कहा, ‘मैंने सभी प्रकार के प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है लेकिन इस साल चैपियंस लीग टी-20 में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी करूंगा। मैं सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद देना चाहता हूं।
उन्होंने कहा, ‘मैंने महसूस किया कि यह संन्यास लेने का सही समय है. मैंने यह खेल खेलने का काफी आंनद लिया और इसने मुझे बहुत कुछ दिया। कार्तिक ने कहा, ‘मैं अपने माता पिता, पत्नी श्वेता, मेरे कोच एमपी सिंह, गुरबचन सिंह और सभी के प्रेरणादायक बिशन सिंह बेदी का उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मनिंदर सिंह का भी मेरे करियर पर काफी प्रभाव रहा।