तंदूर कांड मामला: नैना साहनी के हत्यारे की फांसी कि सजा उम्रकैद में तब्दील

 

sushil-sharma 350 100813095655सुप्रीम कोर्ट ने कुख्यात तंदूर कांड में अपना फ़ैसला सुनाया। नैना साहनी के हत्या के आरोपी सुशील शर्मा को फांसी नहीं होगी। कोर्ट ने फांसी की सजा को उम्र कैद में बदल दी है।

गौरतलब है कि, जुलाई 1995 के इस मामले में पूर्व यूथ कांग्रेस के नेता सुशील कुमार शर्मा को अपनी पत्नी नैना साहनी की हत्या का दोषी पाया गया था। निचली अदालत ने सुशील शर्मा को फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बाद उसने सजा को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा था, जिसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था।

इसके साथ ही कोर्ट का यह कहना है कि सजा पूरी होने के बाद यदि सरकार चाहे तो शर्मा की रिहाई संभव हो सकती है। गौरतलब है कि पिछले 18 सालों से सुशील शर्मा जेल में अपनी सजा काट रहा है।

ख़बरों के मुताबिक़ शर्मा को बतौर उम्रकैद सजा के 14 साल जेल में बिताने थे। ऐसे में संभव है कि वह रिहाई के लिए अपील करें। कहा जा रहा है कि शर्मा को अपनी अपील दिल्ली सरकार से करनी है, क्योंकि दिल्ली में चुनावी आचार संहिता लागू है, ऐसे में नई सरकार के समक्ष शर्मा अपनी अपील डाल सकते हैं।

तंदूर कांड मामला :

दरअसल, सुशील शर्मा और नैना साहनी दोनों ही युवा कांग्रेस से जुड़े हुए थे। इन दोनों ने लव मैरेज किया था। शादी के बाद भी सुशील शर्मा को यह शक था कि उसकी पत्नी नैना साहनी का किसी और से प्रेम सम्बन्ध है। सुशील ने नैना की जासूसी भी करवाई थी।

एक दिन जब वो घर लौटा तो उसने देखा कि नैना टेलीफोन पर किसी से बात कर रही है। यह देख उसका शक और बढ़ गया और उसने शक में अंधा होकर नैना पर गोली चला दी। गोली नैना के सिर पर लगी और उसकी तत्काल मौत हो गई. इसके बाद सुशील ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर नैना के शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया।

इन दोनों ने नैना को शव को नई दिल्ली स्थित अशोक यात्री निवास (बाद में इसका नाम रामदा प्लाजा हुआ, अब यह रॉयल होटल के नाम से स्थित है) ले गए। वहां रात के डेढ़ बजे इन्होंने वहां के तंदूर में नैना के शव को काट-काट कर जलाने की कोशिश की।

जब मांस का टुकड़ा जल्दी जल नहीं रहा था तो उसने इसके लिए मक्खन का इस्तेमाल किया। लेकिन इसी समय होटल की चाहरदीवारी के समीप चाय बेचने वाली महिला को शक हुआ तो उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस अशोक यात्री निवास के अंदर गई तो यह पूरा खेल सामने आया और सुशील शर्मा को गिरफ्तार किया गया।