रेप का केस दर्ज होने के दो दिन बाद भी पुलिस नारायण साईं को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। आसाराम और उनके बेटे पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है।अहमदाबाद पुलिस जोधपुर जेल में बंद आसाराम का ट्रांजिट रिमांड लेने के लिए आज गांधीनगर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।अहमदाबाद पुलिस आसाराम से पूछताछ करना चाहती है।
ख़बरों के मुताबिक़, गुजरात में चर्चा है कि सूरत की दो बहनों द्वारा आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साई पर आरोप लगाने का मामला पाकिस्तानी लेखिका तहमीना दुर्रानी की किताब ब्लासफेमी से बहुत मेल खाता है। यह किताब पाकिस्तान के एक धर्मगुरु की सेक्स लाइफ के काले कारनामों पर आधारित है।
गौरतलब है कि, सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उसके बेटे पर यौन शोषण का आरोप लगया है, जिसके मुताबिक़ बड़ी बहन ने आरोप लगाया है कि आसाराम ने 1997 से लेकर 2006 तक वह आश्रम में रही, जहां पर कई बार उसका यौन शोषण किया। छोटी बहन ने आसाराम के बेटे साई के खिलाफ इसी तरह का आरोप लगाया है।
वहीँ छोटी बहन का कहना है कि जब वह सूरत आश्रम में थी, तब 2002 और 2005 के बीच उसका यौन शोषण किया गया। दोनों बहनों ने आसाराम की पत्नी और बेटी पर भी संगीन आरोप लगाए हैं। दोनों बहनों के आरोपों के बाद आसाराम और नारायण साई के खिलाफ रेप, यौन शोषण और गैरकानूनी रूप से बंधक बनाने समेत कई आरोप लगे हैं। पीड़ित लड़की ने कहा है कि वो इस मामले की शिकायत बहुत पहले करना चाहती थी लेकिन आसाराम के डर से नहीं कर पाई।
सूरत की दो बहनों ने एफआईआर में जो कुछ लिखवाया है, वह भक्ति के भरोसे को तोड़ने के लिए काफी है। दोनों बहनों का आरोप है कि आसाराम और नारायण साईं ने उनसे बलात्कार और अप्राकृतिक संबंध ही नहीं बनाए बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी।